लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार राजधानी लखनऊ के चार थाना क्षेत्र तथा कानपुर के दस थाना क्षेत्रों में पूर्ण लॉकडाउन को राज्य के अन्य शहरों में भी लागू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है ।
सरकार के पूरे प्रयास के बावजूद उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है । हालांकि इलाज से लोग ठीक भी हो रहे हैं । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज टीम 11 के साथ अपने सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर कोरोना वायरस नियंत्रण की समीक्षा की और हिदायत दी कि अस्पतालों में दवा की कमी नहीं होनी चाहिये । किसी भी हालत में यह शिकायत नहीं आनी चाहिये कि उवा की कमी से इलाज नहीं हो पा रहा है । ऐसी शिकायत पर कड़ी कार्रवाई होगी । राज्य के ऐसे शहर जहां कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ,वहां के थाना क्षेत्र में पूरा लॉकडाउन लगाया जा सकता है ।
उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों के इलाज में प्लाजमा थैरेपी का इस्तेमाल किया जाना चाहिये । उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ हर जिले में प्रशासन को निर्देश दिया कि हर जगह पर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सावधानी से की जाये । इसमें धैर्य बरतने की भी जरूरत है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में भेजे गए नोडल अधिकारी अब कोरोना संक्रमितों के साथ ही स्वस्थ होकर अपने घर गए लोगों से फीडबैक लेंगे। अब नोडल अधिकारी रोज कम से कम 20 कोरोना संक्रमितों से बात करेंगे। विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमितों से नोडल अधिकारी फोन पर बात करने के दौरान उनके मिल रहे इलाज, सुविधा तथा दिक्कतों का फीडबैक लेंगे।
इन सभी सभी नोडल अधिकारियों को जिलाधिकारी को रोज रिपोर्ट देनी होगी। जिलों में इलाज और सुविधाओं में लापरवाही हुई तो अब से नोडल अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होगी। जिलों में नोडल अधिकारियों को रोज कोविड अस्पतालों का निरीक्षण भी करना होगा।