जेवर, ग्रेटर नोएडा, कैंसर शरीर के अलग – अलग अंगो में होने वाली गंभीर बीमारी है। वैश्विक स्तर पर कैंसर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। इसके मामले भारत में दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। भारत में होने वाले छह मुख्य कैंसर में स्तन कैंसर, मुंह का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, फेफड़े का कैंसर, पेट का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल हैं। ऐसे में लोगों को जागरूक करने व समुचित उपचार हेतु धर्मशिला नारायणा हॉस्पिटल, दिल्ली की तरफ से आरोग्यधरा अस्पताल, जेवर में ओपीडी का आयोजन किया गया।
यह आयोजन आरोग्यधरा अस्पताल, सब रजिस्ट्रार ऑफिस के पास, जेवर, ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया गया। ओपीडी में धर्मशिला नारायणा हॉस्पिटल, दिल्ली के डॉ. अदिति तंवर, कंसल्टेंट- रेडिएशन ऑन्कोलॉजी व डॉ. अम्बेश सिंह, कंसल्टेंट- हेड एंड नेक सर्जिकल ऑन्कोलॉजी द्वारा रोगियों को जांच एवं उचित परामर्श दिया गया। धर्मशिला नारायणा हॉस्पिटल का प्रयास रहता है कि लोगों को समय रहते उचित परामर्श मिल सके, ताकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।
डॉ. अदिति तंवर, कंसल्टेंट- रेडिएशन ऑन्कोलॉजी ने बताया कि कैंसर का समय रहते डायग्नोसिस और प्रारंभिक चरण में ही उपचार शुरू कर दिया जाएं तो मरीज को जल्द से जल्द कैंसर मुक्त किया जा सकता है। इससे बचने के लिए आपको अपना इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करने के साथ कई सावधानियों का भी ध्यान रखना होगा जैसे नियमित व्यायाम करें, शराब से दूर रहें और धूम्रपान न करें , हरी सब्जियों, फलों के साथ प्रोटीन युक्त आहार का सेवन जरूर करें।
डॉ. अम्बेश सिंह, कंसल्टेंट- हेड एंड नेक सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ने बताया कि इलाज से बेहतर बचाव है और उसके लिए आपको समय-समय पर अपनी जांच करवानी चाहिए, खुद को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम, पौष्टिक आहार और व्यवस्थित जीवन शैली को अपनाना चाहिए। इम्यून सिस्टम को प्राकृतिक रूप से मजबूत रखने के साथ आपको कैंसर के संक्रमण के लक्षणों पर भी ध्यान रखना चाहिए और यदि बुखार, उल्टी, खांसी, शरीर के किसी अंग में ब्लीडिंग या सूजन जैसे लक्षण लगातार बने हुए हैं तो तुरंत उपचार के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
धर्मशिला नारायणा हॉस्पिटल दिल्ली के सी.ओ.ओ, नवीन शर्मा ने बताया कि हमारा उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इलाज से बेहतर बचाव है और उसके लिए आपको समय-समय पर अपनी जांच करवाते रहना चाहिए, खुद को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम, पौष्टिक आहार और व्यवस्थित जीवन शैली को अपनाना चाहिए। साथ ही किसी भी रोग के लक्षण दिखने पर बिना लापरवाही किए तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
रिपोर्टर-आभा यादव