कप्तान विराट जीत पर आगे बढ़ने और राहुल वापसी के लिए उतरेंगे

विराट जीत पर आगे बढ़ने और राहुल वापसी के लिए उतरेंगे

दुबई, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ गुरुवार को होने वाले मुकाबले में अपनी जीत की लय बरकरार रख आगे बढ़ना चाहेंगे जबकि पंजाब के कप्तान लोकेश राहुल पिछली हार को भुलाकार वापसी के लिए उतरेंगे।

पंजाब को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आईपीएल 13 के अपने पहले मुकाबले में सुपर ओवर में हार का सामना करना पड़ा था जबकि बेंगलुरु ने अपने पहले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को शिकस्त दी थी।

विराट आठवीं बार आईपीएल में बेंगलुरु की कप्तानी संभाल रहे हैं और तीन सत्रों के बाद यह पहला मौका था जब उनकी टीम ने टूर्नामेंट में विजयी शुरुआत की। पिछले तीन सत्रों में विराट की टीम को अपने पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन आईपीएल 13 में जिस तरह बेंगलुरु ने शुरुआत की है उससे टीम का हौसला निश्चित रुप से काफी ऊंचा हो गया होगा।

विराट के सामने दूसरे मुकाबले में पंजाब की टीम होगी जिसने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ जीत के मौके गंवाए थे और उसे हार का सामना करना पड़ा था। पंजाब ने निर्धारित ओवरों में मैच को समाप्त कर सकता था लेकिन 89 रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल आखिरी ओवर की अंतिम तीन गेंदों पर विजयी रन नहीं जुटा सके। मयंक पांचवीं गेंद पर आउट हुए, छठी गेंद पर एक और विकेट निकल जाने से स्कोर टाई हो गया।

सुपर ओवर में पंजाब ने दो विकेट गंवाए और उसका स्कोर मात्र दो रन रहा। दिल्ली को सुपर ओवर में जीत हासिल करने में कोई परेशानी नहीं हुई। पंजाब और उसके कप्तान राहुल को इन गलतियों से सबक लेने की जरुरत है ताकि टीम बेंगलुरु के खिलाफ मुकाबले में वापसी कर सके।

पंजाब ने दिल्ली के खिलाफ पहले गेंदबाजी की थी और उसने दिल्ली के तीन विकेट 13 रन पर गिराकर अच्छी शुरुआत की थी। लेकिन अंत के ओवरों में दिल्ली के मार्कस स्टोयनिस ने अपनी विस्फोटक पारी से टीम को संतोषजनक स्थिति पर पहुंचाया था जिसका खामियाजा पंजाब को भुगतना पड़ा था।

      पंजाब की टीम भी 158 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए लड़खड़ा गयी थी और उसके चार विकेट 35 रन पर गिर गए थे। खुद कप्तान राहुल भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे थे और उन्होंने 21 रन बनाए थे। राहुल को दूसरे मुकाबले में बेंगलुरु के खिलाफ बड़ी पारी खेलनी होगी ताकि टीम का मनोबल ऊंचा बना रहे।

दिल्ली के खिलाफ मुकाबले में पंजाब की ओर से मयंक अग्रवाल ने पारी को संभाला था और 89 रन की पारी खेल टीम को जीत की दहलीज के करीब पहुंचाया था। लेकिन मयंक को यह समझना होगा कि इतनी बड़ी पारी खेलने के बाद मैच को फिनिश करने की जरुरत है, ना कि खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाने।

पंजाब के लिए राहत की बात है कि मयंक फॉर्म में चल रह हैं लेकिन टीम में उनके सिवाय कोई अन्य बल्लेबाज दिल्ली के खिलाफ करिश्मा नहीं कर सका था। यही कारण रहा कि टीम जीत के करीब पहुंचकर भी हार गयी। हालांकि यह काफी करीबी हार थी और अगर पंजाब अपनी गलतियों से सीख लेती है तो वह बेंगलुरु जैसी स्टार खिलाड़ियों से सजी टीम के खिलाफ वापसी कर सकती है।

पंजाब को अगर वापसी करनी है तो उसे अपनी बल्लेबाजी पर खासा ध्यान केंद्रित करना होगा और बड़ी साझेदारियां करनी होंगी। राहुल को कप्तान के तौर पर जिम्मेदारी संभालते हुए आगे से टीम का नेतृत्व करना होगा जिससे मध्य क्रम पर दबाव कम पड़े।

पंजाब ने पहले मुकाबले में अपने विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल को अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया था और उनकी अनुपस्थिति में मयंक को छोड़कर पंजाब का बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह फ्लॉप साबित हुआ था। गेल पिछले सोमवार को 41 साल के हो गए थे और उन्होंने डगआउट में बैठकर अपनी टीम को सुपर ओवर में हारते हुए देखा था। यदि गेल जैसा बल्लेबाज सुपर ओवर में मौजूद होता तो पंजाब की टीम सुपर ओवर में चुनौतीपूर्ण स्कोर बना सकती थी।

गेल इससे पहले कई वर्षों तक बेंगलुरु की तरफ से खेले थे। ऐसे में उन्हें बेंगलुरु की रणनीति के बारे में जानकारी होगी। उम्मीद की जा सकती है कि पंजाब अगले मुकाबले में गेल को टीम में शामिल कर सकता है।

पंजाब की टीम में अगर गेल की वापसी होती है तो यह बेंगलुरु के चिंता का सबब बन सकता है क्योंकि गेल की क्षमता किसी से छिपी हुई नहीं है और अगर उनका बल्ला चलता है तो यह बेंगलुरु के लिए खासी चिंता का कारण बन सकता है।

      गेंदबाजी विभाग की बात करें तो तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पंजाब के लिए काफी किफायती साबित हुए थे और उन्होंने चार ओवर में 15 रन देकर तीन विकेट झटके थे जबकि शेल्डन कॉट्रेल ने भी दो विकेट लेकर अपनी प्रतिभा साबित की थी।

2016 के बाद पहली बार आईपीएल का अपना पहला मुकाबला जीतने वाली बेंगलुरु टीम सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत हासिल करने से काफी उत्साहित है। बेंगलुरु का आखिर के दो सत्रों में प्रदर्शन निराशाजनक रहा था लेकिन इस सत्र की शुरुआत जीत से कर उसका मनोबल काफी बढ़ा है।

आईपीएल में अपना पहला मुकाबला खेलने वाले देवदत्त पडिकल ने हैदराबाद के खिलाफ 56 रन की विस्फोटक पारी खेल पदार्पण मुकाबले में काफी सुर्खियां बटोरी थी। उन्होंने आरोन फिंच के साथ मिलकर टीम को मजबूत शुरुआत दिलायी थी औऱ दोनों बल्लेबाजों के खिलाफ पहले विकेट के लिए 90 रन की साझेदारी हुई थी। दोनों बल्लेबाजों को आगे भी अपनी लय जारी रखनी होगी जिससे टीम को मजबूत शुरुआत दिलायी जा सके।

बेंगलुरु के लिए जहां राहत की बात यह रही कि उसके सलामी बल्लेबाजों ने टीम को अच्छी शरुआत दिलाई वहीं उसके कप्तान विराट मुकाबले में अपना जलवा बिखरने में नाकाम रहे और उन्होंने 14 रन बनाए थे। बेंगलुरु को अगर जीत की लय बरकरार रखनी है तो विराट को अपनी फॉर्म जल्द हासिल करनी होगी जिससे अगर सलामी जोड़ी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहती है तो वह टीम को संभाल सकते हैं।

मिस्टर 360 डिग्री के नाम से मशहूर एबी डीविलियर्स ने भी पहले मुकाबले में काफी प्रभावित किया था और उन्होंने चार चौकों और दो छक्कों से सजी अपनी पारी में महत्वपूर्ण 51 रन बनाए थे। बेंगलुरु ने हैदराबाद के खिलाफ अच्छी शुरुआत की थी लेकिन मध्य ओवरों में उसकी रन गति कम हो गयी थी। बेंगलुरु को अपनी इस भूल से सीख लेनी होगी।

बेंगलुरु के लिए लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने हैदराबाद के खिलाफ मैच विजयी प्रदर्शन किया था और टीम को हार के मुंह से बाहर निकालकर जीत दिलाई थी। उन्होंने 18 रन देकर तीन विकेट लिए थे जिसमें जॉनी बेयरस्टो और मनीष पांडे जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के विकेट शामिल थे जो हैदराबाद को जीत की ओर अग्रसर कर रहे थे। चहल के अलावा शिवम दुबे और नवदीप सैनी ने भी दो-दो विकेट लिए थे।

इस मुकाबले में बेंगलुरु का पलड़ा भारी है लेकिन पंजाब की टीम वापसी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। ऐसे में पहली जीत से उत्साहित विराट सेना को अति उत्साह से बचना होगा और संयम रखकर आगे बढ़ना होगा।