बलरामपुर, उत्तर प्रदेश के बलरामपुर मे केन्द्रीय दल ने शुक्रवार को जिले मे बाढ के दौरान हुए क्षति का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियो के साथ बैठक की।
जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार सचिन मदान ने बताया इस वर्ष जिले मे आए बाढ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर केन्द्रीय दल यहाँ पहुचा। दल मे अपर गंगा बेसिन,सी डब्लू सी के निदेशक बीसी विश्वकर्मा, रोड ट्रांसपोर्ट हाइवे के अधीक्षण अभियंता आशीष शुक्ला और राहत आयुक्त कार्यालय कन्सल्टेंट प्रवीन किशोर शामिल है। केन्द्रीय दल ने उपजिला अधिकारी और आपदा प्रबंधन सराकार के साथ बाढ प्रभावित क्षेत्रो का दौरा किया। ढिढोरी गाँव मे पहुचे केन्द्रीय दल के सदस्यो ने ग्रामीणों से बात की। राप्ती नदी ने इस गाँव मे व्यापक पैमाने पर कटान की है जिसके चलते पूर्णतः मार्ग कट चुका है और गाँव के अस्तित्व को भी खतरा पैदा हो गया है।
केन्द्रीय दल ने जिले के अधिकारियो के साथ कोडरी घाट पुल का भी निरीक्षण किया इसके बाद भरदौलिया के स्वास्थ्य उपकेन्द्र तथा पंचायत भवन की भी स्थिति देखी। सीडब्लूसी के निदेशक ने बताया कि जिले के बाढ प्रभावित क्षेत्रो का दौरा करके नुकसान का आकलन किया गया है।वह शासन को इसकी रिपोर्ट सौपेगें। उनका प्रयास होगा कि जिले को आपदा निधि के रूप मे अधिक से अधिक धन मुहैया हो जिससे संसाधनो को पुनः पुराने स्थिति मे लाया जा सके।
उन्होने बताया कि जिला प्रशासन ने बाढ से हुई क्षति का मेमोरेंडम केन्द्र सरकार को भेजा था। मेमोरेंडम मे सडक,पुल,डिप,बिजली,के खंभो तथा उपकरण,पंचायत भवन,स्वास्थ्य केन्द्र, आगंनबाडी केन्द्र के अलावा अन्य सार्वजनिक भवनो को हुई क्षति से सम्बंधित धन की मांग की गई थी। इसी के संदर्भ मे केन्द्रीय दल ने जिले का भ्रमण किया।