बागपत, उत्तर प्रदेश में बागपत जिले के चमरावल में छह मौतों का कारण जिला प्रशासन शराब न मान रहे हो, लेकिन मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गंभीर रूख अपनाते हुये कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होने शराब के सेवन से हुई जनहानि की घटना में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और जरूरत पड़ने पर एनएसए की कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चांदीनगर थाना क्षेत्र के चमरावल गांव में बुधवार से शुक्रवार तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। परिजनों व ग्रामीणों ने शराब के सेवन से मौत का आरोप लगाया था। ग्रामीण जोर शोर से कह रहे थे कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है, लेकिन पुलिस प्रशासनिक अधिकारी इस बात को स्वीकार नहीं कर रहे थे। उन्होंने जहरीली शराब से मृत्यु को सिरे से नकार दिया था।
मजदूर श्यामलाल की रिपोर्ट में भी शराब नहीं आने का दावा डीएम शकुंतला गौतम व एएसपी मनीष मिश्र ने किया था। शुक्रवार को गांव में मुकेश की मौत भी शराब पीने से हुई थी। उसकी पत्नी ने साफ कहा था कि शराब पीने के बाद तबियत खराब हुई।
शराब कांड पर अधिकारी खामोश है और महज छापेमारी कर चंद लीटर शराब बरामद कर रहे हैं। कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। ठोस कार्रवाई तो दूर की बात शराब से मौत की बात को ही स्वीकार नहीं कर रहे हैं जबकि शुक्रवार को गांव में पहुंचे भाजपा विधायक योगेश धामा ने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा था कि उन्हें न्याय दिलाया जाएगा।
विधायक ने कहा था कि यह कोई स्वभाविक मौत नहीं है, यह जहरीली शराब से मौत हुई है। इसकी वह उच्चाधिकारियों से जांच कराएंगे और ग्रामीणों को न्याय दिलाएंगे।