गांधीनगर, गुजरात में आज मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में राजधानी गांधीनगर में राष्ट्रध्वज फहराया।
कोरोना संकट के कारण समारोह में सामान्य से काफ़ी कम लोगों की उपस्थिति रखी गयी थी और इसे पूरे एहतियात के साथ मनाया गया। इस बार तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में शुरू की गयी राजधानी से बाहर स्वतंत्रता दिवस मनाने की परम्परा भी कोरोना महामारी के मद्देनज़र टूट गयी। श्री मोदी ने जनता से सरकार के बेहतर जुड़ाव के लिए स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के मुख्य आयोजन राजधानी से बाहर यानी अन्य जिलों में आयोजित करने की परम्परा शुरू की थी।
श्री रूपाणी ने इस मौक़े कोरोना योद्धाओं को सम्मानित भी किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में राज्य और केंद्र सरकार की कई जन कल्याणकारी योजनाओं का भी उल्लेख किया। किसानों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसानो के साथ खड़ी है और उनकी आय दोगुनी करने के लिए संकल्पबद्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संकट के बीच सरकार उद्योगों की मदद के लिए भी तैयार है। राज्य के अर्थव्यवस्था की रीढ़ छोटे और मझौले उद्योगों को मज़बूती देने के लिए उनके साथ है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन में झंडोत्तोलन किया।
राजकोट, सूरत, वडोदरा, जामनगर, जूनागढ़, भावनगर समेत सभी जिलों में भी मुख्य समारोह सामाजिक दूरी के नियमो और अन्य एहतियाती उपायों के साथ आयोजित किए गए।