लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आयुष पद्धतियों यथा आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी और नेचुरोपैथी में अपार संभावनाएं हैं और केन्द्र व प्रदेश की सरकारें आयुष पद्धतियों को आगे बढ़ाने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही हैं।
सोमवार को मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर मिशन रोज़गार के अंतर्गत आयुष विभाग के नवचयनित 1,065 आयुर्वेद/होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इन चिकित्सा अधिकारियों का चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नव चयनित आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों के लिए बेहतर कार्य करेंगे तो जन कल्याण का एक बड़ा मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रदेश में पिछले 25 वर्षो में आयुष विभाग की सबसे बड़ी नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की गयी है और यह नियुक्तियां पूर्ण रूप से निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से की गयी हैं।’
उन्होंने कहा कि आयुष मिशन भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने का सबसे अच्छा माध्यम है और वैश्विक महामारी ने पूरी दुनिया को भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति के बारे में सोचने को मजबूर किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 142 योग वेलनेस सेण्टर्स का उद्घाटन तथा उत्तर प्रदेश आयुष टेलीमेडिसिन का भी शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्थ टूरिज्म सेक्टर में प्रदेश को पहचान दिलायी जाएगी और योग वेलनेस सेंटर प्रदेश में हेल्थ टूरिज़्म को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। योगी ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां आयुष टेलीमेडिसिन का शुभारम्भ किया गया है और इस नई सेवा से प्रदेश वासियों को घर बैठे आयुष विशेषज्ञों से परामर्श लेने की सुविधा मिल सकेगी। प्रथम चरण में गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ सहित प्रदेश के 16 जिलों की 384 डिस्पेंसरियां इस व्यवस्था से जुड़ी हैं।’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष मिशन को एक अभियान का रूप देते हुए आयुष मंत्रालय का गठन किया और उनकी प्रेरणा से आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी। प्रधानमंत्री ने भारतीय योग पद्धति को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलायी है और उनके ही प्रयासों से प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।’
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 11 नव चयनित आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया और पांच जिलों के नव चयनित चिकित्सकों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संवाद किया और उन्हें प्रेरित किया।