लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाय ताकि कोई भी श्रमिक पैदल न चले। उन्होंने कहा कि राज्यों से प्रदेश में लौटने वाले प्रवासियों की एक सूची उपलब्ध करायी जाए, ताकि उन्हें सुरक्षित लाया जा सके। अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाय। सीमाओं से कोई भी श्रमिक पैदल न चले, हर हाल में पलायन को रोका जाए। राज्य सरकार सभी प्रवासियों की सकुशल एवं सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि सभी प्रवासी श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में उनका उपचार किया जाय। सभी स्वस्थ प्रवासी श्रमिकों को घर भेजते समय खाद्यान्न की किट एवं भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध करवायें
श्री योगी ने कहा कि सभी कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, इन्हें सेनिटाइज भी किया जाए। इन किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को अच्छा भोजन पर्याप्त मात्रा में देना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने डोर स्टेप डिलीवरी तथा सप्लाई चेन को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों के मध्य राज्य के आयुष विभाग द्वारा लाॅन्च किए गए ‘आयुष कवच कोविड’ एप को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। इससे लोगों को अपनी इम्युनिटी बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी, क्योंकि इसमें आयुर्वेद एवं योग के सम्बन्ध में काफी जानकारी मौजूद है।