यूपी के इन सात जिलों के लिये मुख्यमंत्री योगी ने दिये ये खास निर्देश


लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सात जिलों के लिये खास निर्देश दियें हैं।
श्री योगी ने लोक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आगरा, लखनऊ, मेरठ, कानपुर नगर, मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद आदि जिलों में विशेष निगरानी की आवश्यकता है। इन जिलों से प्रभावी संवाद बनाकर यहां की समस्याओं का निराकरण कराया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाॅटस्पाॅट में रहने वाले कर्मचारियों से अपने घरों में ही रहने की अपील करते हुये कहा कि इन क्षेत्रों में रह रहे कर्मचारी अपने सहकर्मियों के लिए कोरोना कैरियर साबित हो सकते हैं।
श्री योगी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि हाॅटस्पाट में रहने वाले कर्मी अपने कार्य स्थल पर न आयें, क्योंकि ऐसे लोगों की कोरोना कैरियर बनने की सम्भावना रहती है।
उन्होंने कहा कि इसका भी ध्यान रखा जाए कि लोग अनिवार्य रूप से मास्क अथवा फेस कवर आदि पहन कर ही बाहर निकलें। बच्चों के टीकाकरण कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए। यह भी ध्यान रखा जाए कि इस कार्य से जुड़ा पैरामेडिकल स्टाफ मास्क, ग्लब्स व सेनिटाइजर का उपयोग करें।
श्री योगी ने कहा कि डाॅक्टरों तथा पैरामेडिकल स्टाफ को तेजी से प्रशिक्षित किया जाए। इमरजेन्सी सेवाएं उपलब्ध कराने वाली राजकीय एवं निजी नाॅन-कोविड अस्पतालों की सूची संकलित की जाए। पूल टेंस्टिंग को बढ़ावा देते हुए टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की जाए। सभी वेंटीलेटर फंक्शनल रखे जाएं।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के बैंक खाता संख्या व आधार कार्ड संख्या को संकलित करने की कार्रवाई को जारी रखते हुए लाभार्थियों के खाते में भरण-पोषण भत्ते की धनराशि अन्तरित की जाए। लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश में चीनी मिलें तथा ईंट-भट्ठा उद्योग अच्छी प्रकार संचालित हुआ।
श्री योगी ने कहा कि केन्द्र सरकार की एडवायजरी के अनुरूप सुरक्षा के सभी मानकों को अपनाते हुए उद्योग धन्धों को शुरू कराया जाए। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के बाद प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए एक वृहद एवं व्यावहारिक कार्य योजना बनायी जाए। इसके लिए आवश्यकतानुसार सेक्टोरल नीतियों में संशोधन पर भी विचार किया जाए।