लखनऊ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, अब तो यूपी के इस जिले का नाम लेने से भी डर लगता है.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तो बलिया का नाम लेने से भी डर लगने लगा है… ये सुनते ही सभी ठहाका मारकर हंसने लगे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में खुद मुख्यमंत्री भी हंसते हुए नजर आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश का बलिया जिला इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. वजह है यहां के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान को लेकर गोलीकांड का होना, जिसमें एक ग्रामीण की जान चली गई. घटना का मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो चुका है. इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काफी सख्त रुख अख्तियार किया है. वह पल-पल का अपडेट ले रहे हैं.
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी मिशन शक्ति लांच होने के दूसरे दिन अपने आवास पर महिला जनप्रतिनिधियों (प्रधान, बीडीसी सदस्य, ब्लॉक प्रमुख, पार्षद नगरीय निकायों के अध्यक्षों), स्वयंसेवी संगठनों और शिक्षिकाओं से वर्चुअल संवाद कर रहे थे। इस दौरान बलिया की एक महिला जनप्रतिनिधि ने अपना परिचय दिया तो मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ‘अब तो बलिया का नाम लेने से भी डर लगने लगा है।’ इतना सुनते ही उनके साथ बैठे अफसर व सभी जनप्रतिनिधि ठहाका मार कर हंस पड़े। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, आमजनता के बीच मुख्यमंत्री की छवि एक सख्त प्रशासक की है। ऐसे में हल्के-फुल्के मूड वाला उनका ये अंदाज काफी पसंद किया जा रहा है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए सरकारों का प्रयास तभी सफल होगा, जब स्वयं महिलाएं भी जागरूक होंगी। बदलते दौर में एक बार फिर ‘गांव की बेटी, सबकी बेटी’ के भाव को जगाने की जरूरत है। यह हमारी संस्कृति और संस्कार हैं। गांव से लेकर महानगरों तक इसकी गूंज होनी चाहिए।
उन्होंने महिला जनप्रतिनिधियों की प्रगतिशील व सकारात्मक सोच और प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी जागरूकता ने कई क्षेत्रों का कायाकल्प किया है। कहा, आप जैसी जागरूक महिलाओं के जरिए ही शासन की योजनाएं पात्र व्यक्तियों तक पहुंचती हैं। अगर जनप्रतिनिधि जागरूक न हो तो ये योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर दम तोड़ देती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शारदीय से वासंतिक नवरात्रि तक चलने वाले मिशन शक्ति अभियान का असर धरातल पर दिखे, इसके लिए त्रिस्तरीय समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं। शासन स्तर पर मुख्य सचिव हर महीने, जिलाधिकारी हर सप्ताह और संबंधित विभाग दैनिक समीक्षा करेंगे। सभी को इसकी रिपोर्ट सीएम कार्यालय को भेजनी होगी।
सीएम ने 1090, 181, 1076 व 112 जैसे जनोपयोगी हेल्पलाइन नंबरों के प्रचार-प्रसार की जरूरत बताई। बलिया के ग्राम रतसार कला गढ़वार की प्रधान स्मृति सिंह की अपील पर उन्होंने कहा कि 1090, 181 व 112 सहित अन्य हेल्पलाइन नंबरों पर भोजपुरी और बुंदेलखंडी में भी बात करने की सुविधा हो। क्षेत्रीय बोली में अपनी बात कह पाने की सुविधा होने पर महिलाओं को सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा, आप लोग गांव में सीसीटीवी कैमरे और पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगवाएं। कैमरों से सुरक्षा मिलेगी तो पब्लिक एड्रेस सिस्टम से सुबह-शाम राष्ट्रभक्ति और जागरूकता संबंधी जानकारियों का प्रसार हो सकेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया है। एक पढ़ी-लिखी बेटी सम्मानित और स्वावलंबी होती है। प्रदेश सरकार ने कोख में बेटियों की हत्या रोकने और बाल विवाह की कुरीति समाप्त करने के लिए मुखबिर योजना शुरू की थी।
यह नारी गरिमा और सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी प्रयास है। स्कूल चलो अभियान और स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प के तहत किए गए प्रयासों से 50 लाख से अधिक बच्चे विद्यालयों में बढ़े। इनमें अधिकांश बालिकाएं हैं।