लखनऊ , देश की आर्थिक राजधानी मुबंई के दौरे पर गये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानो और उद्यमियों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिये आमंत्रित करते हुये आश्वस्त किया कि उनकी सरकार सुरक्षा, सम्मान और उद्योग स्थापना का अनुकूल माहौल उपलब्ध कराएगी।
श्री योगी ने मुंबई में देश के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों तथा उद्यमियों से मुलाकात की और उन्हे निवेश के लिए राज्य में आमंत्रित करते हुए कहा कि असीमित संभावनाओं वाले उत्तर प्रदेश में सबका स्वागत है। सरकार उन्हे सुरक्षा, सम्मान और उद्योग स्थापना का अनुकूल माहौल उपलब्ध कराएगी। आने वाले कुछ ही वर्षों में यूपी अवस्थापना सुविधाओं की दृष्टि से वैश्विक स्तर पर टक्कर लेगा। उत्तर प्रदेश की जनसंख्या हमारा संसाधन है और उद्योग जगत के लिए बाजार भी। राज्य में पर्यटन, स्वास्थ्य ‘एक जिला, एक उत्पाद’ तथा एमएसएमई सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं।
उन्होने उद्योगपतियों को प्रदेश में बड़े व्यापक स्तर पर कराए जा रहे अवस्थापना विकास के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जेवर, जनपद गौतमबुद्धनगर में एशिया का सबसे बड़ा ग्रीन फील्ड अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बना रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेज गति से जारी है। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले लगभग 600 किमी लम्बे गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य जून 2021 से प्रारम्भ हो जाएगा। इन एक्सप्रेस-वेज़ के किनारे औद्योगिक गलियारे विकसित किए जाएंगे। प्रत्येक जिले में एक जिला, एक उत्पाद योजना के तहत उस जिले के विशिष्ट उत्पाद के लिए क्लस्टर भी स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने निवेशकों को इन सेक्टर्स में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
श्री योगी ने कहा कि प्रदेश के 75 में से कई जिलों में अब भी मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता है। इन जिलों में पीपीपी मॉडल के आधार पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना पर विचार किया जा सकता है। इसके अलावा, प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालयों की आवश्यकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि गोरखपुर में नेपाल और बिहार तथा वाराणसी में भी बिहार से बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए आते हैं। इन स्थानों पर विशिष्ट अस्पतालों की स्थापना के लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव मदद प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री से भेंट करने वालों में प्रमुख रूप से टाटा संस प्राईवेट लिमिटेड के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, हीरानंदानी ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. निरंजन हीरानंदानी, नाबार्ड के चेयरमैन डॉ गोविंद रूजुलू चिंतला, केकेआर इंडिया एडवाइजर्स प्राईवेट लिमिटेड के पार्टनर और सीईओ संजय नायर, सिमेंस इंडस्ट्री साफ्टवेयर लिमिटेड के वाइस प्रसिडेंट और एमडी सुप्रकाश चौधरी, एलएण्डटी लिमिटेड के सीईओ और एमडी एसएन सुब्रमन्यन, कल्याणी ग्रुप के चेयरमैन बाबा कल्याणी, सेंट्रम कैपिटल लिमिटेड के चेयरमैन जसपाल बिंद्रा, वन 97 कम्यूनिकेशंस लिमिटेड के प्रेसिडेंट अमित नैय्यर,एके कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के डायरेक्टर विकास जैन एवं एसोसिएट डायरेक्टर वरुण कौशिक शामिल थे।