बुलंदशहर,उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चे ने लॉकडाउन के कारण समय से खून नहीं चढ़ पाने से दम तोड़ दिया।
मुख्य चिकित्साधिकारी भवतोष शंखनाद ने शनिवार को बताया कि थैलेसीमिया से पीड़ित एक सात साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के परिजनों की मानें तो देर से खून चढ़ने के कारण हुए संक्रमण से शनिवार को उसकी मौत हुयी। बुलंदशहर में 100 से ज्यादा बच्चे इस गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं।
उन्होने बताया कि 25 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जिला अस्पताल को सील कर, सारी इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी गई थीं हालांकि 12 मई को जिला अस्पताल खोल दिया गया, लेकिन तब तक बच्चे के शरीर में संक्रमण फैलने से काफी देर हो चुकी थी।