किसान की हत्या के बाद निशाने पर बच्चे, सीएम निवास पर आत्महत्या की दी चेतावनी
December 1, 2018
लखनऊ, यूपी में कानून व्यवस्था की हालत दिन पर दिन बद से बद्तर होती जा रही है। हालात यह हैं कि दबंगों द्वारा सरेआम किसान की हत्या किए जाने के 10 दिन बाद भी हत्यारे गांव मे बेखौफ घूम कर मृतक के परिवार को धमका रहें हैं। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर, जान माल की न्याय कि गुहार में लखनऊ पहुंचे पीड़ित किसान परिवार के बच्चे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं।
जिला कानपुर देहात के थाना अकबरपुर, पोस्ट रनिया, ग्राम केसरवल निवासी किसान बलवीर सिंह यादव की कुछ गांव के दबंग, अपराधी और भूमाफिया किस्म के लोगों ने सरेआम हत्या कर दी। घटना 21 नवंबर को सुबह 9:00 बजे की है। बलवीर सिंह यादव अपने बेटे आलोक यादव के साथ, खेतों पर आवारा पशुओं से फसल की सुरक्षा के लिए तार लगा रहे थे तभी उसी समय गांव के ही कृष्ण कुमार उर्फ बउवन व उनका भाई अनिल उर्फ पप्पू पुत्रगण शिवशंकर लाल व उनके लड़के सीपू उर्फ आनंद व छोटू उर्फ अनुराग पुत्रगण अनिल कुमार शुक्ला, लाठी डंडों से लैस होकर बिना नंबर के पावर ट्रैक्टर पर ललकारते हुए आये।
मृतक किसान बलवीर सिंह यादव के बेटे आलोक यादव ने बताया कि मैं और पिताजी अपने खेतों पर जानवरों से फसल की रक्षा के लिए तार लगाने का काम कर रहे थे तभी गांव के दबंग शुक्ला परिवार के चार लोगों ने पिताजी को काम करने से रोकते हुये जान से मारने की नीयत से बुरी तरह मारना पीटना शुरू कर दिया। दबंगों ने मेरे सामने पहले पिताजी का हाथ और पैर तोड़ा और बुरी तरह पीटा जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इसके बाद वह मुझे मारने दौड़े तो मैं गांव की तरफ शोर मचाता हुआ गांव की ओर भागा। इस पर गांव के लोग और मेरे मामा लाल सिंह आदि आ गए जिससे यह लोग भाग गए। जब हम लोग खेत पर पहुंचे तो पिताजी की मौत हो चुकी थी। हमलोग थाने पहुंचे और पुलिस को तत्काल सूचना दी। लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। 11 घंटे बाद, पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है, हत्यारे बेखौफ गांव मे घूम रहें हैं और धमका रहें हैं। ऐसे मे गांव मे आतंक का वातावरण बना हुआ है।
मृतक के भाई पुष्पेंद्र सिंह यादव ने बताया कि यह लोग अक्सर हमारे खेतों में अपने पशुओं को छोड़ देते थे, जिससे फसल का नुकसान हो जाता था। यह लोग कई बार तरह- तरह से भाई को परेशान करने की कोशिश करते थे, जिससे कि मजबूर होकर मेरे भाई अपनी जमीन इन लोगों को दे दे। उन्होने बताया कि कृष्ण कुमार व अनिल कुमार हमारे खेत लेना चाहते हैं, लेकिन हम लोगों की रोजी रोटी का साधन चूंकि खेत ही हैं इसलिए हम लोग खेत बेचना नहीं चाहते हैं। इसलिए यह लोग हमसे रंजिश रखते हैं। इन लोगों की नियत शुरू से हमारी जमीन हड़पने की रही है वह चाहते हैं कि यह जमीन उनको दे दी जाए। थाने पर शिकायत करने के बावजूद इन दबंगों के खिलाफ कभी कोई कार्यवाही नही होती है।
जान बचाकर किसी तरह लखनऊ पहुंचे , मृतक के पुत्र आलोक यादव और पुत्री समता यादव ने बताया कि गांव में आरोपियों का डर बना हुआ है। पिता की मौत के बाद अब वह हम लोगों को मारने के योजना में है जिससे डरकर हम लोग घर पर नहीं रह पा रहे हैं और न्याय की गुहार में लखनऊ आए हैं। ऐसी स्थिति में अगर हमें न्याय नहीं मिला तो हम लौटकर गांव नहीं जाएंगे और यहीं मुख्यमंत्री निवास पर ही अपनी जान दे देंगे। मृतक किसान बलबीर सिंह यादव का पुत्र आलोक यादव एमएससी का छात्र है।