चित्रकूट, उत्तर प्रदेश के पौराणिक एवं ऐतिहासिक तीर्थ स्थल चित्रकूट में आज सोमवती अमावस्या का मेला एकदम फीका रहा।
शासन प्रशासन और साधु-संतों की मनाही पर कुछ अनजान लोगों को छोड़कर श्रद्धालु नहीं आए। आज के दिन चित्रकूट में 15 लाख से 20 लाख श्रद्धालु एकत्रित होते हैं। चित्रकूट के दुकानदारों का तीन माह का खर्चा आज के दिन की अमावस्या से ही निकलता था।
सोमवती अमावस्या के पावन पर्व पर इकट्ठा होने वाले श्रद्धालुओं से पूरी तरह मत्यगयेन्द्र (शंकर जी) का मंदिर एवं कामतानाथ जी का मंदिर सूना सूना रहा। एक दो लोग ही मंदाकिनी नदी में स्नान करते हुए दिखाई पड़े । ज्यादातर लोग स्थानीय नागरिक ही थे । पुलिस और प्रशासन ने सोमवती अमावस्या पर चित्रकूट दर्शन एवं आवागमन पर रोक लगा रखी थी। उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सीमा पर पड़ने वाला चित्रकूट तीर्थ दोनों प्रदेशों की पुलिस द्वारा सील कर रखा गया है ।