लखनऊ , उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार होने के दावा करते हुये कहा है कि अब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अब तक 304.77 लाख कुन्तल गेहूं की खरीद की जा चुकी है और इसके एवज में 3,890 करोड़ रूपए का भुगतान सीधे किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से कर दिया गया है।
सूबे के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने मंगलवार को बताया कि इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 88,870 कुन्तल चना एवं 2640 कुन्तल सरसों का क्रय किया गया है। सरकार की ओर से पंजीकृत 2.04 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत दो बार 2-2 हजार रूपए दिये गये हैं।
उन्होने बताया कि प्रदेश में चार चरणों में खाद्यान्न वितरण किया गया है। पहले चरण में अप्रैल में 3.53 करोड़ राशन कार्ड पर 14 करोड़ से अधिक यूनिट पर 7,47,324.65 मीट्रिक टन खाद्यान्न का नियमित वितरण किया गया, जबकि दूसरे चरण में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत 3,57,39,226 राशन कार्ड धारकों को 6,86,145.66 मीट्रिक टन चावल का वितरण किया गया। तीसरे चरण में मई में 3.53 करोड़ राशन कार्ड पर 7,56,626.49 मीट्रिक टन खाद्यान्न का नियमित वितरण किया गया, जबकि चौथे चरण में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत 3,55,43,683 राशन कार्ड धारकों को 6,94,468.06 मीट्रिक टन चावल का वितरण किया गया।
श्री अवस्थी ने बताया कि एक जून से शुरू हुए पांचवे चरण के खाद्यान्न वितरण के तहत अब तक 77,04,854 राशन कार्ड पर 1,89,826.620 मीट्रिक टन गेहूं एवं चावल तथा 7,704.757 मीट्रिक टन चना का वितरण किया जा चुका है। पांचवे चरण के पहले दो दिन में ही 7,74,854 राशन कार्ड पर 3.28 लाख यूनिट पर 1,79,826 मीट्रिक टन खाद्यान्न का वितरण किया गया। इसके साथ ही 7704 मीट्रिक टन चने का भी वितरण किया गया। इस प्रकार 20 प्रतिशत राशन कार्ड पर खाद्यान्न वितरण सुनिश्चित कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि चीनी मिलों को निरन्तर चालू रखते हुए 72,424 चीनी मिल वर्कर्स को रोजगार उपलब्ध कराया गया। वर्तमान पेराई सत्र में 11,500 लाख कुन्तल गन्ना की पेराई एवं 1,250 लाख कुन्तल चीनी उत्पादन हुआ। उत्तर प्रदेश में अब तक 99,000 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है। वर्तमान पेराई सत्र में अब तक लगभग 20,000 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य का भुगतान गन्ना किसानों को किया जा चुका है।