लखनऊ, स्वच्छता ही सेवा है, गंदगी जानलेवा है। आज कलाकारों ने नुक्कड़-नाटक का प्रदर्शन कर स्वच्छता के महत्व को बताया।
गाजियाबाद शहर के वार्ड दौलतपुरा
पुल के नीचे वार्ड नंबर 22 में “गंदगी से आजादी” अभियान के तहत लोक कला के माध्यम से लोक कलाकारों ने बताया कि शहर को स्वच्छ रखने के लिये आप सबके सहयोग की जरूरत है। आप अपने घर के साथ साथ अपने आसपास सफाई रखें और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी न फैलायें।
नाटक के जरिए यह बताने का प्रयास किया गया कि वातावरण को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी सभी लोगों की है। स्वच्छ वातावरण से शरीर स्वस्थ रहता है। हमें अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता, अपने आस-पास की स्वच्छता और कार्यस्थल की स्वच्छता आदि करनी चाहिए। स्वच्छता हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से स्वस्थ रखती है। इसलिए स्वच्छता के सार्वभौमिक विकास के लिए हमें सदैव प्रयासरत रहना चाहिए।
“गंदगी से आजादी” अभियान मे बताया गया कि हर व्यक्ति कूड़ा हमेशा कूड़ेदान में ही डालें। सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग इकट्ठा करना जरूरी है। एक साथ सूखा और गीला कूड़ा इकट्ठा होने पर कूड़े का ठीक से निस्तारण नहीं हो पाता है। इसलिये गीले और सूखे कूड़े-कचरे को अलग-अलग कूड़ेदान में ही डालें। गीला कचरा रखने के लिए हरा कूड़ेदान और सूखे कूड़ा रखने के लिए नीले रंग का कूड़ेदान प्रयोग करें।