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CM योगी ने पीलीभीत में किया 248 करोड़ की परियोजनाओं का किया शिलान्यास-लोकार्पण

पीलीभीत, उत्तर प्रदेश पीलीभीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस से 248 करोड़ रुपये की 26 परियोजनाओं का शिलांयास और लोकार्पण किया।

इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी के परिणाम स्वरूप पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) में पारिस्थितिक तंत्र और जैव विविधता के प्रमुख मिस मिंडोरी पैक्सटन की ओर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर का टाइगर एक्स टू अवार्ड दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वन्यजीव हमले में जनहानि होती थी तो काेई मदद नहीं मिल पाती थी। हमने इसे आपदा घोषित किया था। अगर कोई जनहानि होती है तो पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो गांव जंगल से सटे हुए हैं, वहां अनिवार्य रूप से फेंसिंग कराई जाएगी ताकि वन्यजीवों को आबादी के पास आने का अवसर न मिले।

पूरे कार्यक्रम भर मुख्यमंत्री को जमीनी हकीकत व पत्रकारों से दूर ही रखा गया। हाल ही मे घटित हुई बाघ द्वारा मानव शिकार की जानकारी मुख्यमंत्री ने भी वन विभाग से साझा नही की। आये दिन बाघ का निवाला बन रहे ग्रामीणों की समस्या और पीड़ितों के लिए उसके समाधान की कोई भी चर्चा पूरे और लम्बे कार्यक्रम मे नही हुई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पहुंचकर वन्यजीव सप्ताह का समापन किया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार दोपहर मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर कार्यक्रम स्थल के समीप बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, राज्यमंत्री संजय गंगवार एवं भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री की अगवानी की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जनसभा को भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री योगी के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। शाहजहांपुर, बरेली और बदायूं से पुलिस फोर्स बुलाई गई थी। इसमें तीन एएसपी, 10 सीओ, 25 इंस्पेक्टर, 80 उप निरीक्षक, 250 सिपाही के अलावा दो कंपनी पीएसी शामिल थीं। इसके अलावा जिले की फोर्स भी तैनात रही। मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए डॉग स्क्वाड के अलावा मोबाइल यूनिटों को भी लगाया गया है। ये टीमें क्षेत्र में लगातार भ्रमण करती रहीं। कार्यक्रम स्थल पर ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की गई।