लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचायतों,नगर निकायों की महिला जनप्रतिनिधियों, अध्यापिकाओं से ‘मिशन शक्ति’ के तहत महिलाओं,बालिकाओं की सुरक्षा,सम्मान व स्वावलम्बन के लिए संचालित किए जा रहे जागरुकता अभियान में सहयोग करने का आह्वान किया है।
श्री योगी ने कहा कि बदलते दौर में एक बार फिर ‘गांव की बेटी सबकी बेटी’ के भाव को जगाने की जरूरत है। यह हमारी संस्कृति और संस्कार हैं। गांव से लेकर महानगरों तक इसकी गूंज होनी चाहिए।
उन्होंने ने कहा है महिला सुरक्षा व सम्मान को सुनिश्चित करने के साथ-साथ स्वावलंबन के लिए केंद्र व राज्य सरकार सतत प्रयास कर रही है, इसमें पूर्ण सफलता महिलाओं के सहयोग और जागरूकता से ही मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री आज शाम यहां अपने सरकारी आवास पर ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत पंचायतों व नगर निकायों की महिला जनप्रतिनिधियों व शिक्षिकाओं से वर्चुअल संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस वर्चुअल संवाद से एक लाख से अधिक महिला जनप्रतिनिधि, शिक्षिकाएं आदि जुड़ी थीं।
इस अवसर पर श्री योगी बस्ती, बलिया, बाराबंकी, बिजनौर जिले की महिला जनप्रतिनिधियों से संवाद स्थापित किया। उन्होंने बस्ती नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती रूपम मिश्रा, महिला ग्राम प्रधान सुश्री वर्षा सिंह, बलिया की ग्राम प्रधान श्रीमती श्रुति सिंह, बाराबंकी की महिला ग्राम प्रधान श्रीमती प्रकाशिनी जायसवाल, सुश्री महज़बीं, बिजनौर की महिला ग्राम प्रधान श्रीमती संजूरानी से संवाद किया। उन्होंने महिला जनप्रतिनिधियों से उनके द्वारा अपने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के सम्बन्ध में कराए गए कार्याें के विषय में जानकारी प्राप्त की।
महिला जनप्रतिनिधियों ने श्री योगी को अवगत कराया कि उनके द्वारा अपने क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं, बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित कराने आदि के कार्य कराए गए हैं। श्रीमती श्रुति सिंह ने मुख्यमंत्री से हेल्पलाइन नम्बर ‘1090’, ‘112’ आदि में पूर्वान्चल, बुन्देलखण्ड आदि की क्षेत्रीय भाषा के उपयोग की सुविधा का अनुरोध किया, जिससे इन इलाकों के निवासियों को हेल्पलाइन नम्बर्स से सहायता प्राप्त करने में सुविधा हो। सुश्री महज़बीं ने बताया कि उनके द्वारा पंचायत क्षेत्र में महिलाओं की बैठक कर उन्हें अपने लड़कों को महिलाओं और बालिकाओं के प्रति सम्मानपूर्ण व्यवहार करने की सीख देने के लिए काउन्सिलिंग की जाती है।