लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से चार मई से शुरू होने वाले लाकडाउन के तीसरे चरण को हर हाल में सफल बनाने के निर्देश दिये है।
श्री योगी ने देर शाम अपने सरकारी आवास पर आयोजित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्साधिकारियों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन का तीसरा चरण चार मई से प्रारम्भ हो रहा है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 17 मई तक चलने वाले इस चरण को हर हाल में सफल बनाना होगा। इसके लिए सभी जिलों के अधिकारियों को आपस में तालमेल बनाना होगा।
उन्होने कहा कि लाॅकडाउन में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और इसका अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। उन्होने कहा कि लाॅकडाउन-3 के सम्बन्ध में केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के क्रम में राज्य सरकार द्वारा गाइडलाइन्स रविवार तक सभी जिलों को भेज दी जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में मण्डियों के संचालन की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मण्डियों को सुबह से शाम तक चलाया जाए, ताकि अचानक ज्यादा भीड़ न पहुंचे। उन्होंने मण्डी आने वाले लोगों में संक्रमण को चेक करने के भी निर्देश दिए। इसके लिए जांच की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि कन्युनिटी स्प्रेड रोका जा सके। लोगों की सुविधा के लिए हाॅट स्पाॅट क्षेत्र के बाहर सब्जियों की दुकानें ज्यादा समय तक खोली जाएं।
उन्होने कहा कि राशन, किराना, दवा की दुकानों पर अधिक भीड़ न लगने पाए। इन स्थानों पर सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के पालन किया जाए। उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों की पूरी जांच करने और संक्रमण न होने की स्थिति में 14 दिनों के होम क्वारण्टीन पर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने होम क्वारण्टीन पर भेजे जाने वाले श्रमिकों को खाद्यान्न का पैकेट भी उपलब्ध कराने के लिए कहा।
श्री योगी ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश में स्थापित किए गए कम्युनिटी किचन अत्यन्त सफल रहे हैं। कम्युनिटी किचन से वितरित होने वाले भोजन का पर्यवेक्षण प्रशासन द्वारा किया जाए। कोरोना से जंग में मेडिकल टीम अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसलिए उनके लिए स्थापित किए गए क्वारण्टीन केन्द्रों पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वयं रुचि लेकर इन केन्द्रों का पर्यवेक्षण करें।
कोरोना का निजी अस्पतालों में इलाज करवाने के इच्छुक लोगों के सम्बन्ध में उन्होने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी मरीज का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुमन्य रेट्स पर ही किया जाए। उन्होंने निःशुल्क टेली कन्सल्टेशन की व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए कहा। इस सम्बन्ध में आईएमए, सरकारी, निजी चिकित्सकों की बैठक की जाए। प्रत्येक जिले में मेडिकल टीम वर्क स्पष्ट दिखायी दे।
उन्होने कहा कि लाॅकडाउन को प्रभावी बनाने में पुलिस अधिकारियों की बड़ी भूमिका है। उन्हें संक्रमण से बचाना भी एक बड़ी चुनौती है। सभी पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि वे ग्लव्स, मास्क, सैनेटाइजर इत्यादि का उपयोग करते हुए स्वयं को सुरक्षित रखें। लाॅकडाउन का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए, लेकिन लोगों का अनावश्यक उत्पीड़न न किया जाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने/अनावश्यक टिप्पणियां करने वालों को चिन्ह्ति करते हुए उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होंने झण्डा, बैनर इत्यादि का दुरुपयोग रोकने के लिए कहा।
उन्होने कहा कि कोरोना से अप्रभावित क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी। लाॅकडाउन-1 और लाॅकडाउन-2 में पूरे प्रदेश में सभी चीनी मिलें और ईंट भट्ठे सफलतापूर्वक संचालित किए गए, कहीं कोई दिक्कत नहीं आयी। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के सम्बन्ध में बैठक करने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में सीमेण्ट, सरिया, गिट्टी इत्यादि की दुकानों को खोला जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, मनरेगा तथा अन्य योजनाओं के तहत कार्य प्रारम्भ करवाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों, कोटेदारों, रेहड़ी, खोमचा, रिक्शा व ई-रिक्शा चालकों, निर्माण श्रमिकों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की गईं, जिसके तहत उन्हें खाद्यान्न एवं भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया गया। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके जिलों में सभी को खाद्यान्न मिले।
उन्होने कहा कि तीसरे चरण के लाॅकडाउन में किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधियां मान्य नहीं होंगी। इसके लिए धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित किया जाए। उन्होंने प्रदेश में मौजूद अन्य राज्यों के लोगों को घर भेजने की व्यवस्था के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। प्रदेश में मौजूद दूसरे राज्यों के नवोदय विद्यालय के बच्चों को उनके गंतव्य तक भिजवाने की सुरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।