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कोटा से वापस लाये गये छात्रों को सीएम योगी ने दी ये अहम जिम्मेदारी

लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान राज्य के कोटा से वापस लाये गये प्रदेश के विद्यार्थियों को वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिये अहम जिम्मेदारी सौंपी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिये विद्यार्थियों से कोरोना याेद्धा के रूप में कार्य करने की अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिये जागरूक करें।

श्री योगी मंगलवार को यहां एक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजस्थान राज्य के कोटा से वापस लाये गये प्रदेश के विद्यार्थियों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में विद्यार्थियों को आगे आकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को लॉकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिये जागरूक करना चाहिये। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से संघर्ष में सफलता के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश के प्रत्येक नागरिक को संकीर्णता से ऊपर उठकर पूरा योगदान करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि 200 से अधिक देश कोविड-19 के संक्रमण से प्रभावित हैं। यह महामारी किसी का चेहरा, धर्म, जाति आदि नहीं देखती। सावधानी हटते ही व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आ जाता है। व्यक्ति, देश, समाज, जिसने भी लापरवाही बरती है, वह कोविड-19 के संक्रमण से गम्भीर रूप से प्रभावित हुए हैं। अमेरिका, स्पेन, इटली, फ्रांस आदि में संक्रमण की स्थिति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक सामर्थवान देश भी इस महामारी के सामने विवश महसूस कर रहे हैं।

श्री योगी ने कहा कि इस महामारी से बचाव के लिए जब तक कोई वैक्सीन तैयार नही कर ली जाती, तब तक इस पर नियंत्रण के लिए लाॅकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग ही इसका उपाय है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि घर वापस आने के पश्चात वह सभी 14 दिन होम क्वारंटीन में रहने के साथ ही लाॅक डाउन के नियमों व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से ‘आरोग्य सेतु’ मोबाइल एप डाउनलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि कोविड-19 से बचाव में यह एप बहुत उपयोगी है। इस एप के क्रियाशील रहने पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति के करीब आने पर एप द्वारा अलर्ट दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी घर पर रहकर ही अपनी परीक्षाओं की तैयारी करें। शासन-प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सेण्टर स्थापित किया जाय ताकि राज्य के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अन्य स्थानों पर जाने की आवश्यकता न हो।

वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने वाराणसी की सुश्री निधि, गोरखपुर की सुश्री दीक्षा वर्मा, अमन यादव, मुरादाबाद की सुश्री मानसी सिंह, गाजीपुर की सुश्री शालिनी, लखनऊ के अभिनव दुबे, अमन सिंह के अलावा कुछ अन्य विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

मुख्यमंत्री के कहा कि केन्द्र सरकार तथा राजस्थान सरकार के साथ बातचीत करके विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए गए प्रदेश के विद्यार्थियों को भी वापस लाया गया है। हरियाणा राज्य से प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को भी वापस लाया गया है। अन्य राज्यों में प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।प्रयागराज में रह रहे विद्यार्थियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण कर उनके घर पहुंचाने का कार्य हो रहा है।