लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी को पौराणिक नगरी बताते हुए सोमवार को कहा कि यहां विकास कार्यों में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
श्री योगी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये वाराणसी मण्डल के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुये कहा कि वाराणसी मण्डल में पर्यटन योजनाओं पर फोकस किया जाए। काशी को पौराणिक नगरी बताते हुए कहा कि यहां विकास कार्यों में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। काशी में पिछले छह वर्षों के दौरान विकास की अनवरत धारा चली है। इसका लाभ अन्य जिलों को भी मिलेगा।
वाराणसी स्मार्ट सिटी के कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत योजना के तहत कनेक्शन तेजी के साथ उपलब्ध कराए जाएं, जिससे जनता लाभान्वित हो सके। उन्होने कहा कि वाराणसी संत रविदास की जन्म स्थली सीरगोवर्धन के पर्यटन विकास के कार्यों को तेज गति से आगे बढ़ाया जाए।
उन्होने कहा कि चन्दौली के एल-3 कोविड अस्पताल के सम्बन्ध में बाधाएं दूर कराकर कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराते हुए उन्हें संचालित कराया जाए। कोई भी कार्य लम्बित न रहे। शीघ्र निर्णय लेते हुए समय से कार्यवाही की जाए। उन्होंने उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल काॅलेज, चन्दौली के सम्बन्ध में निर्णय लेकर कार्य पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए, जिससे पढ़ाई शुरू की जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चन्दौली में डेडिकेटेड फ्रेट काॅरिडोर के निर्माण के लिए 08 आरओबी बनने हैं। दो के लिए भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। शेष के लिए भी भूमि की व्यवस्था की जाए। काॅरिडोर का कार्य बाधित नहीं होना चाहिए। उन्होंने जिले में हो रही नदी की कटान के सम्बन्ध में तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।
उन्होने कहा कि जर्जर तारों और पोल इत्यादि की समस्याओं के सम्बन्ध में ऊर्जा विभाग त्वरित निस्तारण करे। रोस्टर के अनुसार अनुमन्य विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। शहरी क्षेत्र में 24 घण्टों के अंदर एवं ग्रामीण क्षेत्र में 48 घण्टे के अंदर ट्रांसफाॅर्मर बदलने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने गाजीपुर के जिलाधिकारी को बिजली विभाग के टोलफ्री नम्बर की क्रियाशीलता की समीक्षा करते हुए इसकी माॅनीटरिंग सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारी को एसटीपी के निर्माण के लिये भूमि की व्यवस्था किए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि वाराणसी मण्डल में 50 करोड़ रुपए से अधिक की 28 विकास परियोजनाएं संचालित हैं। इनमें वाराणसी में 24, चन्दौली में 01, जौनपुर में 02 तथा गाजीपुर में 01 परियोजना सम्मिलित हैं। वाराणसी में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग एवं कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण कार्य 15 दिसम्बर तक पूर्ण हो जाएगा। आईयूसीटीई भवन एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के निर्माणाधीन 160 आवासीय भवनों का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-56 के 63.36 कि0मी0 लम्बाई के चार लेन चैड़ीकरण (सुल्तानपुर-वाराणसी सेक्शन) कार्य माह मार्च तक पूर्ण हो जाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-233 के 59.01 किमी0 लम्बाई के चार लेन चैड़ीकरण (घाघरा ब्रिज-वाराणसी सेक्शन) कार्य माह मार्च तक पूर्ण कर लिए जाएंगे। इसी प्रकार, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-29 वाराणसी-गाजीपुर सेक्शन के 72 किमी लम्बाई के चार लेन चैड़ीकरण का कार्य माह दिसम्बर तक पूरा कर लिया जाएगा।