अंतागढ़ | अनूप नाग | रिटायर्ड डीएसपी, एक साल से राजनीति में हैं। पत्नी कांति 10 साल से सक्रिय। पीसीसी मेंबर और महिला उपाध्यक्ष रहीं।वर्तमान में भोजराज नाग (भाजपा) विधायक हैं। 2014 के उपचुनाव में 63616 वोट मिले थे। |
भानुप्रतापपुर | मनोज सिंह मंडावी | लोगों के विरोध के बाद भी टिकट मिला। विधानसभा में कई रिश्तेदार हैं। टिकट कटने पर जोगी के पाले में जाने का डर था।2013 में इन्होंने भाजपा के सतीश लटिया को हराया था। |
कांकेर | शिशुपाल सोरी | रिटायर्ड आईएएस हैं। पार्टी सर्वे में ध्रुवा के खिलाफ माहौल होने का फायदा मिला। राजनीति में 5 साल से सक्रिय।2013 में कांग्रेस के शंकर ध्रुवा ने भाजपा के संजय कोडोपी को हराया था। |
केशकाल | संतराम नेताम | हवलदार थे, 8 साल पहले वीआरएस लिया। इनके खिलाफ कोई नाराजगी नहीं थी। और न कोई टक्कर देने वाला था।2013 में इन्होंने भाजपा के सेवकराम नेताम को हराया था |
कोंडागांव | मोहन लाल मरकाम | एलआईसी आॅफिसर थे और राजनीति में भी। नेता प्रतिपक्ष न हाेते हुए उत्कृष्ट विधायक पुरस्कार मिला, इससे टिकट तय था।2013 में इन्होंने भाजपा की लता उसेंडी को हराया था। |
नारायणपुर | चंदन कश्यप | शिक्षक थे, वीआरएस लेकर कांग्रेस में आए। इस बार रिपीट किया गया है। स्थानीय नेता नाराज हैं।2013 में भाजपा के केदार कश्यप से हारे थे। |
बस्तर | लक्ष्येश्वर बघेल | क्षेत्र में रिश्तेदार अधिक हैं। प्रसिद्ध गिरोला मंदिर के पुजारी परिवार से हैं। असंतोष न होने का लाभ मिला।2013 में भाजपा के डॉ. सुबाहू कश्यप को हराया था। |
जगदलपुर | रेखचंद जैन | व्यापारियों में पकड़। इसलिए भाजपा का तोड़ माने जा रहे हैं। गोलीकांड मामला बाफना के खिलाफ जा सकता है।2013 में भाजपा के संतोष बाफना ने कांग्रेस के शामू कश्यप को हराया था। |
चित्रकोट | दीपक कुमार बैज | राहुल गांधी की पसंद माने जाते हैं, पहली बार में ही बने विधायक, अच्छे काम का परिणाम मिला।2013 में भाजपा के बैदूराम कश्यप को हराया था। |
दंतेवाड़ा | देवती कर्मा | बस्तर टाइगर की विधवा हैं इसलिए आदिवासियों का समर्थन मिलता है। इस बार भी जिताऊ प्रत्याशी मानी जा रही हैं।2013 में भाजपा के भीमाराम मंडावी को हराया था। |
बीजापुर | विक्रम शाह मंडावी | विक्रम गोंड जाति के हैं, इसका फायदा मिल सकता है। 2013 में चंदैया आैर नीना के कारण हारे। इस बार ऐसा कुछ नहीं।2013 में भाजपा के महेश गागड़ा ने इन्हें हराया था। |
कोंटा | कवासी लखमा | लगातार तीन बार से विधायक हैं। पार्टी में दूसरा कोई चेहरा न होने का फायदा मिला।2013 में भाजपा के धनीराम बर्से को हराया था। |