बेंगलुरु, कर्नाटक में कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान ने जातिगत भेदभाव की निंदा करने के लिए एक दलित साधु को अपने हाथ से खाना खिलाया फिर उसका चबाया हुआ खाना खुद खाया।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में श्री खान साधु स्वामी नारायण को खाना खिला रहे हैं और उनके द्वारा चबाए हुए खाने को बाहर निकालने के लिए कह रहे हैं, विधायक की बात को मानते हुए स्वामी ने न चाहते हुए उसी खाने को विधायक को खिलाया। उल्लेखनीय है कि शहर में रविवार को हुई एक कार्यक्रम के दौरान यह घटना घटी।
हाल ही में श्री खान पिछले माह हुए हुबली हिंसा मामले में गिरफ्तार हुए लोगों को खाना बांटने के बाद विवाद में आये थेे। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने उनपर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इस आरोप को नकार दिया कि जब यह घटना हुई थी तब वह मक्का के यात्रा पर गए थे।
श्री खान उस समय भी विवादों में आ गए थे, जब कर्नाटक उच्च न्यायालय में हिजाब विवाद पर सुनवाई चल रही थी। उस दौरान उन्होंने कहा था कि हिजाब महिलाओं की सुंदरता को यौन उत्पीड़न करने वलों से बचाता है।
उन्होंने दावा किया था कि लड़कियों के बड़े होने के बाद हिजाब उनको पर्दे के पीछे रखने में मदद करता है, जिससे उनकी सुंदरता नहीं दिखती है। हिजाब उनकी आकर्षण को छिपाकर रखता है।
फरवरी में श्री खान सहित उनके परिवार और अन्य के खिलाफ कथित तौर पर धोखाधड़ी, अतिक्रमण और धमकी देने के मामले में अपराधिक केस भी दर्ज किया गया था।
दर्ज एफआईआर के अनुसार, येलहांका में शहिस्ता नाजीन खातुम का एक जमीन थी। चार अगस्त को श्री खान और उनके भाई जमीन अहमद खान ने उनकी जमीन पर बुलडोजर चलाया और बंदूक के नोक पर अतिक्रमण कर लिया साथ ही इस जगह पर कुछ भी नहीं बनाने की धमकी दी।