लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का ‘मास्टर स्ट्रोक’, यूपी मे लड़ाई हुयी दिलचस्प
January 23, 2019
नयी दिल्ली, लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने राजनीतिक ‘मास्टर स्ट्रोक’ मारते हुए नेहरु गांधी परिवार की एक और सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा को सक्रिय राजनीति के मैदान में उतार कर भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सामने एक सशक्त चुनौती पेश की है।
चुनावी सरगर्मियां तेज होते ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अपनी बहन श्रीमती वाड्रा को पार्टी का महासचिव नियुक्त करके उन्हें पूर्वी उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी दे दी। राज्य में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन को देखते हुए पार्टी ने तुुरुप का पत्ता चला है।
भारतीय राजनीति में कई सालों से यह अटकलें लगायी जा रही थी कि श्रीमती वाड्रा भी सक्रिय राजनीति के मैदान में उतरेंगी। राहुल गांधी ने अपनी बहन को यह जिम्मेदारी देकर इन अटकलों पर विराम लगा दिया है।
इससे पहले श्रीमती वाड्रा ने पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी और रायबरेली में चुनाव प्रचार किया था। वह समय समय पर पार्टी की अंदरुनी बैठकों में भाग लेती रही हैं। पार्टी के भीतर से उनको सक्रिय राजनीति में लाने की मांग उठती रही है।
इस बीच पार्टी ने वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को महासचिव -संगठन पद से हटा दिया है और यह जिम्मेदारी वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल को सौंपी गयी है। कांग्रेस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि श्रीमती वाड्रा की नियुक्ति फरवरी के प्रथम सप्ताह से प्रभावी होगी जबकि श्री वेणुगोपाल ने तत्काल पद संभाल लिया है। वह कर्नाटक के मामलों के भी प्रभारी बने रहेंगे।
कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता एवं महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिम उत्तरप्रदेश का प्रभारी बनाया है। उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभावी होगी। पार्टी ने वरिष्ठ नेता और महासचिव गुलाम नबी आजाद को उत्तरप्रदेश से हटाकर हरियाणा के मामलों का प्रभारी बनाया है।