राज्यपाल विरोधी दलों की सरकारों को गिराने में अहम भूमिका निभा रहे: कांग्रेस

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि राज्यपाल उसके इशारे पर अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रहे हैं और विपक्षी दलों की सरकारें गिराने में अहम भूमिका निभाकर लोकतंत्र को नये ढंग से परिभाषित किया जा रहा है।

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा के शासन में इस तरह के कई उदाहरण सामने आये हैं जहां राज्यपालों की मदद से उसकी सरकारों को गिराया गया है। इस संबंध में ताजा उदाहरण राजस्थान का है जहां सरकार विधानसभा का सत्र बुलाना चाहती है लेकिन राज्यपाल इस बारे में उसके अनुरोध पर चुप्पी साध गये हैं और कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। राज्यपाल अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करने की बजाय केंद्र सरकार के इशाने पर काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राजस्थान के राज्यपाल का उदाहरण अकेला नहीं है। इधर कुछ सालों से राज्यपाल विरोधी दलों की सरकारों को गिराने में अहम भूमिका निभा रहे है और भाजपा की मदद कर देश के विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं में बहुमत नहीं होने के बावजूद उसे सरकार बनाने का मौका दिया जा रहा है। इस तरह से भाजपा के इशारे पर राज्यपाल लोकतंत्र की नयी परिभाषा तय कर रहे है।

श्री सिब्बल ने कहा कि राज्यपालों के संविधान के दायर से बाहर जाकर भाजपा के लिए काम करने के कई उदाहरण हैं। राज्यपालों ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा में इसी तरह की स्थिति पैदा की और वहां भाजपा के कहने पर सरकारें गिराने का काम हुआ है। महाराष्ट्र का उदाहरण सभी ने देखा कि वहां किस तरह से भाजपा को सरकार बनाने का असंवैधानिक तरीके से मौका दिया गया। राज्यपाल की इस भूमिका के बाद राज्य में क्या स्थिति बनी यह पूरे देश को मालूम है। वहां आखिर भाजपा की सरकार हटी और गठबंधन सरकार बनी। इस तरह से भाजपा सरकार लोकतंत्र की नयी परिभाषा गढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लगातार गैरकानूनी काम कर रही है और विरोध करने वालों को डराया जा रहा है। कश्मीर में बच्चों को 4जी सुविधा नहीं मिल रही है। वहां के पत्रकारों को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में बच्चों के खिलाफ देशद्रोह के मामले दर्ज किये जा रहे हैं।

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