नयी दिल्ली , कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लॉकडाउन के कारण फंसे मजदूरों के लिए घर लौटने की व्यवस्था नहीं करने पर , एक बड़ा फैसला लेते हुये कहा है कि राष्ट्र निर्माण के इन दूतों के साथ अन्याय हुआ है इसलिए कांग्रेस अपने घरों को लौट रहे मजदूरों का रेल किराया वहन करेगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिसों में फंसे मजदूरों से किराया वसूलने के सरकार के फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि वह गुत्थी नहीं सुलझा पा रहे हैं कि जब रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री राहत कोष में कोरोना से लड़ने के लिए डेढ सौ करोड़ रुपए से ज्यादा का योगदान कर सकता है तो वह मजदूरों को निशुल्क घर क्यों नहीं पहुंचा पा रहा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर सोमवार को कहा, “एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों से टिकट का किराया वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है। जरा ये गुत्थी सुलझाइए।”
इस बीच कांग्रेस कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने कहा “कोषाध्यक्ष होने के नाते कांग्रेस अध्यक्ष से मुझे जो निर्देश मिला है उसके अनुसार मैं सभी प्रदेश अध्यक्षों से आग्रह करता हूँ कि वे सारे संसाधनों का इस्तेमाल कर घर लौटने के इच्छुक हर श्रमिक की घर वापसी का रेल टिकट देने की व्यवस्था करें। हमें यह काम जन आंदोलन के रूप में करना है और यदि कोई दिक्कत आए तो कांग्रेस मुख्यालय से संपर्क करे।”
पार्टी संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने कहा “जनसेवा कांग्रेस के खून में है। हम जनमानुष को साथ जोड़ मज़दूरों की घर वापसी को जन आंदोलन बनाएँगे। करोड़ों श्रमिक भाईयों के रेल किराए का भुगतान करके कांग्रेस उन्हें सुरक्षित ससम्मान उनके घर पहुँचाएगी। आभार सोनिया जी, संवेदनशील नेतृत्व के लिए।”
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मेहनतकशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार जब विदेशों में फंसे भारतीयों को हवाई जहाजों से निशुल्क स्वदेश ला सकती है, गुजरात के केवल एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रुपए ट्रांसपोर्ट तथा भोजन इत्यादि पर खर्च कर सकती है तो देश के कामगारोें काे रेलों में निशुल्क लाने की व्यवस्था क्यों नहीं कर सकती है।