नयी दिल्ली, देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर बढ़ता ही जा रहा है और इससे संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है तथा इसके साथ ही भारत 50 हजार से अधिक संक्रमितों वाले देशों की सूची में 12वें स्थान पर पहुंच गया है लेकिन राहत की बात यह है कि पीड़ितों के स्वस्थ होने की दर में भी निरंतर इजाफा हो रहा है जो गुरुवार को बढ़कर 33.63 फीसदी हो गयी।
कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बुधवार को 32.82 फीसदी थी जबकि मंगलवार को 31.73 फीसदी थी। सोमवार को 31.14 प्रतिशत थी जबकि रविवार को यह 31 फीसदी थी। शनिवार को यह करीब 30 फीसदी थी। पिछले एक सप्ताह में रिकवरी दर में करीब चार फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी है। यह दर वैश्विक महामारी से जूझ रहे विश्व के कई देशों की तुलना में काफी बेहतर है।
राहत की एक और बात यह है कि संक्रमितों की मृत्यु दर गुरुवार और बुधवार को भी 3.2 प्रतिशत पर स्थिर रही। इससे पहले मंगलवार और सोमवार को भी यह इसकी दर यही थी। इससे पहले पिछले दो दिनों से यह दर 3.3 फीसदी पर बनी हुयी थी। यह दर पहले की तुलना में स्थिर मानी जा सकती है। उससे पहले यह दर कई दिनों तक 3.1 प्रतिशत पर स्थिर रही थी।
देश में कोरोना संक्रमण के 3722 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 78003 हो गयी तथा 134 और लोगों की मौत होने से मरने वालों का आंकड़ा 2549 पर पहुंच गया।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश के विभिन्न राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक 78003 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 2549 लोगों की मौत हुई है। वहीं अब तक 26235 लोग इसके संक्रमण से पूरी तरह ठीक हुए हैं और उन्हें विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
देश में कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है और इसके कारण राज्य की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। महाराष्ट्र में 25922 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं तथा 975 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में 5547 लोग इसके संक्रमण से ठीक भी हुए हैं।
कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में देश का पश्चिमी राज्य गुजरात दूसरे नंबर पर है। गुजरात में अब तक 9592 लोग इससे संक्रमित हुए हैं तथा 586 लोगों की मृत्यु हुई है। राज्य में 3753 लोगों को उपचार के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है।
तमिलनाडु में भी कोविड-19 संक्रमितों की संख्या नौ हजार के पार होकर 9674 तक पहुंच गई है तथा इस वायरस से 66 लोगों की मौत हो चुकी है।
राजधानी में 2240 लोग इस संक्रमण से उबरने में कामयाब हुए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की भी स्थिति इस जानलेवा विषाणु के कारण चिंताजनक बनी हुई है। यहां संक्रमितों की संख्या आठ हजार के करीब पहुंच गई है अब तक 7998 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 20 मरीजों की मौत के साथ मरने वालों का आंकड़ा 106 पर पहुंच गया है और 2858 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
राजस्थान में भी कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है। यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या चार हजार के पार हो गयी है और यह आंकड़ा 4418 तक पहुंच गया है तथा 122 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 2459 लोग कोरोना से पूरी तरह ठीक हुए हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अब तक 3729 लोग इसकी चपेट में आए हैं तथा कोरोना के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 83 हो गयी है। वहीं 1902 लोग अब तक इससे ठीक हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में 2290 लोग संक्रमित हैं तथा 207 लोगों की मौत हो चुकी है और अब तक 702 लोग ठीक हुए हैं। तेलंगाना में अब तक कोरोना से 1367 लोग संक्रमित हुए हैं। राज्य में जहां कोरोना से 34 लोगों की जान गई है। वहीं 940 लोग अब तक ठीक हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में 2137 और कर्नाटक में 950 लोग संक्रमित हैं तथा इन राज्यों में इससे मरने वालों की संख्या क्रमश: 47 और 33 हो गयी है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 971 हो गई है और 11 लोगों की मृत्यु हुई है। पंजाब में 32, हरियाणा में 11 और बिहार में सात, केरल में चार, झारखंड, चंडीगढ़ और ओडिशा में तीन-तीन, हिमाचल प्रदेश और असम में दो-दो तथा मेघालय, पुड्डचेरी और उत्तराखंड में एक-एक व्यक्ति की इस महामारी से मौत हुई है।
इस बीच देश में जानलेवा बीमारी कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भले ही इन दिनों बढ़ोत्तरी हो रही है लेकिन सबसेे अच्छी बात यह है कि कोरोना संक्रमण के मामलों के दुगुना होने की दर पिछले तीन दिनों में बढ़कर 13़ 9 दिन हो गई है और इससे पहले 14 दिनों तक यह दर 11़ 1 दिन थी। इसके अलावा कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) भी बढ़कर 33़ 6 प्रतिशत हो गयी है और बुधवार को यह 32़ 83 प्रतिशत थी।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने गुरूवार को यहां नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) में कोरोना वायरस की जांच के लिए लगाई गई कोबाज 6800 मशीन को देश को समर्पित करने के बाद अपने संबाेधन में कहा कि इस मशीन के काम करने के बाद देश में कोरोना मामलों की जांच में और इजाफा होगा। यह पहली मशीन है, जिसे खरीद कर इस सेंटर मेें लगाया गया है।
उन्हाेंने सेंटर के अध्यक्ष डॉ एस के सिंह के साथ पूरे केन्द्र का दौरा किया और यहां की प्रयोगशालाओं, नियंत्रण कक्ष और अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली तथा वरिष्ठ आधिकारियों एवं वैज्ञानिकों से भी बातचीत की।
उन्होंने कहा कि देश में इस समय प्रतिदिन एक लाख कोरोना वायरस संक्रमण टेस्ट की क्षमता हासिल कर ली गई है और आज का दिन एक मील का पत्थर भी है क्योंकि हमने लगभग 20 लाख कोरोना टेस्ट कर लिए हैं और इस काम को देश में 500 से अधिक प्रयोगशालाएं पूरा कर रही है जिनमें 359 सरकारी और 145 निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाएं हैं।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा,“एनसीडीसी अब कोबाज 6800 मशीन से लैस हाे गया है और यह पूरी तरह ऑटोमेटिक मशीन उच्च स्तर की है जो आरटीपीसीआर टेस्ट करने में सक्षम है। यह मशीन उच्च गुणवत्ता युक्त 1200 परीक्षण 12 घंटे में करने में सक्षम है और अब इससे देश में कोरोना टेस्ट की क्षमता में इजाफा होगा।”