नयी दिल्ली, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के देश में बढ़ते प्रकोप की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बुधवार देर रात तक संक्रमितों की संख्या 15.84 लाख के पार पहुंच गयी है लेकिन इसके साथ ही शकून की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर में बेहद मामूली आंशिक उलटफेर जारी है तथा स्वस्थ मरीजों की संख्या अब 10 लाख से अधिक हो चुकी है।
कोरोना को लेकर आज सबसे बड़ी चिंताजनक खबर दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश से आयी जहां एक दिन मेें अब तक के सर्वाधिक 10000 से अधिक नये रिकॉर्ड मामले सामने आये। संक्रमण के मामले में आंध्र चौथे स्थान पर है और इस तादाद में नये मामले देश में सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र से सामने आये हैं। पश्चिमी राज्य संक्रमण और मौत दोनों ही मामलों में अभी भी शीर्ष पर है।
मंगलवार को वाणिज्यिक नगरी मुंबई में तीन माह के बाद सबसे कम 700 नये संक्रमित आये लेकिन बुधवार से इसकी सांसें फिर से तेज होने लगी है क्योंकि यहां 1100 से अधिक नये मामले सामने आये।
चिंता का सबब यह भी है कि देश में पिछले दो दिनों के भीतर एक लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आये हैं। इससे पूर्व तीन दिनों में संक्रमण के एक लाख मामले सामने आ रहे थे। कोरोना वायरस की भयावह होती स्थिति के बीच मंगलवार को संक्रमितों की संख्या 15 लाख के आंकड़ें को भी पार कर गयी।
कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इन राज्यों में से बंगाल में सबसे कम 2294 मामले सामने आये। इस दौरान चिंता की बात यह रही कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर आज 64.40 फीसदी रही जो मंगलवार को 64.53 फीसदी रही थी। मृत्यु दर भी पहले के 2.23 प्रतिशत की तुलना में आज घटकर 2.21 फीसदी पर आ गयी।
देर शाम विभिन्न राज्यों के आंकड़ों में महाराष्ट्र के अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में रिकार्ड नये मामले आये। इन सात राज्यों समेत पूरे देश में 50 हजार से अधिक नये मामले तथा 767 और लोगों की मौत हुई है।
‘कोविड19 इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 15,84,219 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है। इस प्रकार सुबह से लेकर देर रात तक 52,098 नये मामले आ चुके हैं। इस दौरान 31,555 और लोगों के संक्रमण से निजात पाने के बाद अब तक कुल 10,20,337 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 35,000 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 5,28,467 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इस प्रकार बीमार मरीजों की तुलना में ठीक हुए रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4.91 लाख के पार पहुंच गयी है। फिलहाल यह अंतर 4,91,870 है। देश में वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के पॉजिटिव मामले आने की दर (पाॅजिटिविटी दर) 8.07 प्रतिशत है और केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश के साथ मिलकर इसे पांच प्रतिशत से कम करने के लिये प्रयासरत है। देश के 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत रिकवरी दर से अधिक दर्ज की गयी है। राजधानी दिल्ली 89 फीसदी रिकवरी दर के साथ शीर्ष पर है।
देशभर में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस कोविड-19 के 4,08,855 नमूनों की जांच की गयी। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या 1,77,43,740 हो गयी है। देश में कोरोना परीक्षण लैब की संख्या 1,316 हो गयी है।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक:3 के दिशा-निर्देश आज जारी कर दिये जिसके तहत रात का कर्फ्यू हटा दिया गया है लेकिन स्कूल-कालेज, मेट्रो, सिनेमा हॉल,तरणताल और बार बंद रखने का निर्णय किया गया है। मंत्रालय के अनुसार ये दिशा-निर्देश एक अगस्त से प्रभावी होंगे जो 31 अगस्त तक जारी रहेंगे। योग संस्थान और जिम को पांच अगस्त से खोलने का अनुमति दी गयी है। स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाये जा सकेंगे लेकिन वहां सोशल डिस्टेस्टिंग का पालन करना अनिवार्य होगा।
दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि विभिन्न राज्यों और किसी भी राज्य के भीतर लोगों अथवा सामान की आवाजाही के लिए अलग से कोई अनुमति अथवा ई-परमिट की आवश्यकता नहीं होगी। सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजक, अकादमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन तथा बड़े पैमाने पर लोगों के एकत्र होने की अनुमति नहीं होगी। इस दौरान आरोग्य सेतु एप्लीकेशन के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा।
सभी कंटेनमेंट जोन में लाॅकडाउन के प्रतिबंधों का 31 अगस्त तक कड़ाई से पालन किया जाएगा और कंटेनमेंट जोन के बाहर सभी तरह की गतिविधियों की अनुमति होगी। गृह मंत्रालय ने कहा है कि कंटेनमेंट जोन के भीतर कड़ा पेरीमीटर नियंत्रण लागू किया जाएगा और केवल आवश्यक गतिविधियों की ही अनुमति दी जाएगी। इन कंटेनमेंट जोन की जानकारी संबंधित जिलाधिकारियों और सभी राज्यों और संघशासित प्रदेशों की वेबसाइटों पर साझा की जाएगी।
बुधवार को जारी दिशानिर्देश के बारे में राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों से उनकी प्रतिक्रियायें मांगी गईं थी और इनको लेकर संबंधित केन्द्रीय मंत्रालयों तथा विभागों से भी व्यापक विचार-विमर्श किया गया है।