कोटा, राजस्थान के कोटा में कोरोना वायरस से संक्रमण का पता लगाने के लिए की जा रही जांच का आंकड़ा दो लाख के पार पहुंच गया है। इस बीच कोटा के एक ऐसे उद्योगपति को कोरोना से मृत्यु हो गई जो जांच में नेगेटिव आ गए थे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की आज की रिपोर्ट के अनुसार कोटा में कोरोना वायरस से संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक दो लाख एक हजार 35 लोगों के कोरोना वायरस के लिए सैंपल लिए जा चुके हैं जिनमें से अब तक 9385 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं और 90.41 प्रतिशत की रिकवरी दर के साथ अब तक 8485 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं।
कोटा में कोरोना वायरस की जांच का आंकड़ा, राजधानी जयपुर और जोधपुर के बाद सबसे अधिक है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अब तक कोरोना वायरस के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में शिविर लगाकर नमूने लिए। इसके अलावा जिन इलाकों में कोरोना संक्रमित रोगी मिले, वहां विभागीय टीमों ने घर-घर जाकर नमूने एकत्रित किए। कोटा के एमबीएस अस्पताल की सेंट्रल लैब में भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग नमूने देने के लिए स्वेच्छा से पहुंच रहे हैं। वहां लंबी कतारें तक देखी जा सकती है।
हालांकि कोटा में कोरोना से संक्रमित मरीजों की मौत का सरकारी आंकड़ा संदिग्ध है क्योंकि चिकित्सा विभाग इस वैश्विक बीमारी से अब तक 105 मरीजों की मौत की आधिकारिक तौर पर पुष्टि कर रहा है जबकि गैर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मरने वालों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है और जब से स्थानीय स्तर के बजाय केवल प्रदेश मुख्यालय से ही कोरोना संक्रमण संबंधी रिपोर्ट जारी करने के आदेश दिए गए हैं, तब से चिकित्सा विभाग पर कोरोना की कमतर संख्या बताने का आरोप लगता रहा है।
इसका ताजा उदाहरण यह है कि कोटा में कोरोना से बुधवार को सरकारी स्तर पर जारी आधिकारिक रिपोर्ट में केवल एक मरीज की मौत की बात कही गई है जबकि कोटा मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 अस्पताल में 6 मरीजों की मौत हुई जिनमें 1-1, बारां और झालावाड़ जिले के हैं जबकि शेष चार रोगी कोटा के हैं जो शहर के श्रीनाथपुरम, साबरमती कॉलोनी, भीमगंजमंडी और जिले के दीगोद क्षेत्र का निवासी एक बुजुर्ग है।
इस बीच कोटा में तेल व्यवसाय से जुड़े एक बड़े उद्योगपति की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई। पिछले दिनों कोरोना संबंधी जांच में उनके परिवार की करीब 30 सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित मिले थे जिनमें से इस उद्योगपति के पिता की बाद में मौत हो गई।
इस उद्योगपति को जयपुर में इलाज के दौरान जांच में कोरोना वायरस नेगेटिव पाया गया था लेकिन फेफड़ो का संक्रमण ठीक नहीं होने के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया।