नयी दिल्ली, देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ का प्रकोप पूरे वेग पर है और राज्यों खासकर दो बड़े प्रदेशों महाराष्ट्र तथा आंध्र प्रदेश में नौ-नौ हजार से अधिक नये मामले आने से शनिवार को संक्रमितों का आंकड़ा 17.50 लाख के करीब पहुंच गया।
कोरोना वायरस को लेकर बिगड़ती स्थिति के बीच संतोष की बात यह हो सकती है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर में भी लगातार सुधार होने से पीड़ितों की संख्या 11.44 लाख के पार निकल गई है।
इस वैश्विक महामारी की चपेट में आने वाले नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण देश में अकेले जुलाई महीने में इस बीमारी से 11 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुये जबकि 19 हजार से ज्यादा लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार एक जुलाई की सुबह कोविड-19 के संक्रमितों का कुल आंकड़ा 5,85,493 पर और मृतकों की संख्या 17,400 पर थी। आज सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16,95,988 और मृतकों की संख्या 36,511 पर पहुंच गई है। इस प्रकार जुलाई महीने में कुल 11,10,495 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुये जबकि 19,111 लोगों को नहीं बचाया जा सका और औसतन रोजना 35,822 लोग इस महामारी की चपेट में आये।
इससे पहले जून में 3,94,958 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुये थे जबकि 12,006 लोगों की मौत हुई थी। मई में कुल 1,55,492 नये मामले सामने आये थे। आंकड़ों पर नजर डाली जाये तो कुल संक्रमितों में से 65.48 फीसदी मामले जुलाई में सामने आये हैं। महामारी से जान गंवाने वालों में 52.34 प्रतिशत की मृत्यु जुलाई में हुई है। जुलाई की शुरुआत में रोजना 18-19 हजार नये मामले आ रहे थे, वहीं अब हर दिन 55 हजार से अधिक लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत तीसरे स्थान पर है।
इतनी बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने के बावजूद सरकार अभी महामारी के सामुदायिक प्रसार की बात से इनकार कर रही है। सरकार का मानना है कि भारत दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कोविड-19 को नियंत्रित करने में काफी सफल रहा है। देश में प्रति एक लाख आबादी पर संक्रमितों की संख्या बहुत कम है।