लखनऊ , कोविड-19 की रोकथाम के लिये पूल टेस्टिंग को बढ़ावा देने पर जोर देते हुये उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि कोरोना मरीजों का इलाज सिर्फ कोविड अस्पताल में किया जाये और इन अस्पतालों में अन्य मरीजों के इलाज पर रोक लगायी जानी चाहिये।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के उपचार में लगे डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स तथा अन्य स्टाफ की टीम को मेडिकल इन्फेक्शन से बचाये रखने के लिये निर्देश दिये है और कहा है कि कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में पीपीई किट्स, एन-95 मास्क की व्यवस्था होनी चाहिये।
उन्होंने मेडिकल इन्फेक्शन की रोकथाम के लिए गठित की गयी डेडीकेटेड टीम को कोरोना के इलाज में लगे सभी कर्मियों की लगातार निगरानी करने के साथ कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूल टेस्टिंग को बढ़ावा देने पर बल दिया। मुख्यमंत्री का मानना है कि पूल टेस्ट के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों की जांच करके कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता है।
श्री अवस्थी ने बताया कि कोरोना मरीजों का इलाज कोविड अस्पतालों में ही किया जायेगा और अन्य चिकित्सा गतिविधियां की इजाजत इन अस्पतालों में नही होगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी को बढ़ाने पर विचार करना चाहिए, क्योंकि इसके अच्छे परिणाम मिले हैं।
श्री योगी ने सभी 19 संवेदनशील जिलों के नोडल अधिकारियों से फीड बैक लेने और कोरोना के बढ़ते मामलों पर प्रभावी नियंत्रण करने के भी निर्देश दिये। लाॅकडाउन के दौरान जिन औद्योगिक इकाइयों को चलाने की अनुमति दी गयी है, वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। यह भी देखा जाए की इन इकाइयों में कोरोना की रोकथाम के सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों को अनुपालन अवश्य हो।