नई दिल्ली, कोरोना वायरस यानि वुहान कोविड-19 वायरस को लेकर लोगों में भय का माहौल है,क्योंकि यह वायरस एक व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरे को होता है।
वुहान कोविड-19 वायरस की वजह से सबसे ज्यादा मरने और संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या चीन से ही है। कोरोना वायरस को लेकर कई ऐसी बातें भी सोशल मीडिया पर कहीं जा रही हैं जिनको लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
चीन से दुनिया के 26 से ज्यादा देशों में फैले कोरोना वायरस को लेकर कहा जा रहा है कि कोरोना पालतू जानवरों कुत्तों और बिल्लियों को अपनी चपेट में ले रहा है।
कहा जा रहा है कि यह वायरस कुत्तों और बिल्लियों को भी संक्रमित कर रहा है, इसलिए अपने कुत्तों के साथ न सोएं और उनको अपने से
दूर रखें। यह भी बताया जा रहा है कि ये सूचनायें विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जारी की गईं है।
सच्चाई यह है कि कुत्तों और पालतू जानवरों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की बात एकदम झूठी है।
यह सिर्फ अफवाह है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एसी कोई सूचनायें जारी की है।
कुत्तों और बिल्लियों में इस वायरस के फैलने के कोई सबूत नहीं हैं।
यह जरूरी है कि जब भी आप अपने पालतू कुत्ते या बिल्ली को छुएं तो उसके बाद साबुन से अच्छी तरह से अपने हाथों को धोएं,
क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है।
इससे आप E.coli और साल्मोनेला बैक्टीरिया की चपेट में आ सकते हैं जो कि जानवरों से इंसानों में फैलता है।
पशु चिकित्सकों की एक संस्था WSAVA का कहना है कि कुत्तों में दो तरह का कैनेन कोरोना वायरस पाया जाता है जो कि कोविड-19 से अलग है।
ये वायरस कुत्तों की आंतों में पाया जाता है, और कुत्ते जब डायरिया के शिकार होते हैं तो इस तरह का वायरस उनमें देखने को मिलता है। लेकिन यह वायरस कुत्ते से इंसानों में नहीं फैलता है।