लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस से निपटने के लिए अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम किये गये है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि अलग-अलग अस्पतालों में 71 बेड आरक्षित किए गए हैं।
अमौसी हवाई अड्डे पर छह चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। कोरोना वायरस के लिए सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्र्ड बनाए गए हैं। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय(केजीएमयू) में 21, संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान(पीजीआई), लोहिया संस्थान, सिविल, बलरामपुर एवं लोकबंधु अस्पताल में दस-दस बेड आरक्षित किए गए हैं। सभी जिलास्तरीय चिकित्सालयों के दो-दो लैब टेक्निशियन को सैंपल कलेक्शन का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ0 नरेंद्र अग्रवाल ने आज यहां बताया कि चीन समेत विभिन्न देशों से आने वाले यात्रियों की हवाई अड्डे पर थर्मल स्कैनर से जांच की जा रही है। इसके लिए हवाई अड्डे पर एक थर्मल स्कैनर और दो इन्फ्रारेड थर्मामीटर की व्यवस्था की गई है। इससे मरीज का तापमान और अन्य स्थितियां पता चल जाती हैं। जांचन के लिए छह डॉक्टर, आठ पैरामेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है। यहां हेल्प डेस्क बनाई गई है, जहां 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं हैं। केजीएमयू में जांच की सुविधा होने से 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट आ जाती है। कोरोना वायरस से संबंधित कंट्रोल रूम खुला है। यहां किसी भी तरह की आशंका होने पर फोन कर जानकारी ली जा सकती है। विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट, एन 25 मास्क एवं ट्रिपल लेयर मास्क उपलब्ध हैं। हवाई अड्डे पर 24 घंटे एंबुलेंस मौजूद है।
सीएमओ ने बताया कि जिले के सभी थाना प्रभारियों को भी पत्र भेजा गया है। उन्हें कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई सूची के व्यक्ति की स्क्रीनिंग में स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करें। विभाग की 19 टीमें काम में लगी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और नर्सिंग होम एसोसिएशन से भी मदद ली जा रही है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी, शिक्षा, पंचायती राज, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग से भी सहयोग लिया जा रहा है।