माकपा करेगी अपनी हार की समीक्षा, करेगी भविष्य के लिये लेगी सीख
May 24, 2019
नयी दिल्ली, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने लोकसभा चुनाव में अपनी बुरी हार स्वीकार ली है और वह अपनी हार की समीक्षा करेगी ताकि भविष्य में वह इस से कोई सीख ले सके।
पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने पत्रकारों से कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है और जनता का फैसला हमें स्वीकार्य है। देश के मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों के पक्ष में निर्णायक फैसला दिया है। वह इस हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में उनकी पार्टी को गहरा धक्का लगा है और हम उसके कारणों की जांच के लिए आत्मचिंतन करेंगे ताकि भविष्य के लिए कोई सीख ले सकें।
उन्होंने कहा कि हार की समीक्षा के उनकी पार्टी पोलित ब्यूरो की बैठक 26 और 27 मई को होगीए जिसमें हम विश्लेषण करेंगे और अपनी कमियों को दूर करेंगे। उसके बाद सातए आठ और नौ जून को केन्द्रीय समिति की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मतदाताओं को बधाई देती है जिन्होंने उसके उम्मीदवारों को वोट दिया है। पोलित ब्यूरो अपने सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देती है। माकपा नेता ने कहा कि देश के धर्मनिरपेक्ष तथा लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा के लिए हमारे सामने बड़ी चुनौतियाँ हैं हमें संवैधानिक संस्थानों और जनता के अधिकारों की भी रक्षा करनी है।
उन्होंने पोलित ब्यूरो के लोगों से इन चुनौतियों का सामना करने और साम्रदायिक सौहार्द की रक्षा करने के लिए एकजुट होने की अपील की है। येचुरी से पत्रकारों ने बार बार पूछा कि विपक्ष की एकता के अभाव में कहीं यह हार तो नही हुई। उन्होंने हर बार यही कहा कि इन कारणों की जांच हम बैठक में करेंगे और उसके बाद ही आपको बताएँगे कि क्यों हार हुई। यह पूछे जाने पर कि आखिर इस चुनाव में बेगुसराय से कन्हैया कुमार क्यों हारेए माकपा नेता ने कहा कि कन्हैया कुमार के चुनाव प्रचार में वह गये थे और उम्मीद थी कि वह चुनाव जीतेंगे लेकिन क्यों हार हुई इसकी समीक्षा हम बैठक में करेंगे।