नयी दिल्ली , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा) के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अनजान ने गत दिनों बारिश और ओला वृष्टि से 11 लाख करोड़ रुपए की फसलों के बर्बाद होने का दावा करते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार से मक्का, गेहूं एवं दलहन उत्पादक किसानों को तत्काल 15 हजार प्रति एकड़ राहत धनराशि मुहैया कराने की मांग की है।
भाकपा से जुड़ी अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री अनजान ने आज यहाँ एक वक्तव्य में कहा कि पिछले एक पखवाड़े में तूफान, बारिश होने से देश भर में विशेष रूप से उत्तर भारत में लगभग 11 लाख एकड़ की खड़ी फसलें तबाह हो गई l करोना की मार से बुरी तरह क्षतिग्रस्त ग्रामीण भारत के छोटे, मझोले, सीमांत, गरीब किसान और खेत मजदूर के लिए यह असमय बरसात कोढ पर खाज की तरह गिर पड़ी है l मध्य एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड ,राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में व्यापक वर्षा और आंधी तूफान ने गेहूं की तैयार फसल को बुरी तरह से भिगो दिया। तैयार दानों को क्षतिग्रस्त किया और अब पानी में पड़े हुए गेहूं के दाने काले पड़ गए l लिहाजा इनका कोई खरीदार भी नहीं l
उन्होंने कहा कि 1925 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य की सरकारी घोषणा के बावजूद खरीद केंद्रों की स्थापना और आवश्यक धनराशि खरीद केंद्रों के पास ना होना , बोरे आदि और भंडारण की सुविधा का अभाव ,किसानो को दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर रहा है l सरकारी खरीद केंद्र के लोग किसानों का गेहूं , दलहन , मक्का अभी यह कहकर नहीं ले रहे कि किसानों के खाते में पैसा जाने में समय लगेगा l उन्होंने कहा कि इन हालात में आर्थिक संकट झेल रहे किसानों को 1500 से 1650 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं आढ़तियों, बिचौलियों और व्यापारियों को बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है l पूर्वी उत्तर प्रदेश के 7 जिलो एवं बिहार के बेगूसराय, समस्तीपुर, खगड़िया, मुजफ्फरपुर , सहरसा, मधेपुरा जिलों में 22 अप्रैल से 24 अप्रैल तक भयंकर वर्षा के चलते मक्का की तैयार फसल नष्ट हो गई । किसानों को लगभग 8 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो गया। इन जिलों के किसान अब सहकारी ,सरकारी समितियों निजी साहूकारों बीज, खाद, उर्वरक ,कीटनाशक और सिंचाई के लिए नकदी कर्ज की धनराशि को वापस लौटाने की स्थिति में नहीं है l श्री अनजान ने प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से तत्काल मक्का, गेहूं , दलहन उत्पादकों की हुई क्षति की भरपाई के लिए केंद्रीय जांच टीम भेजने एवं खेत को आधार मानकर तत्काल राहत और मुआवजा देने के लिए पहल करने की मांग की है l किसान सभा नेता ने केंद्र एवं राज्य सरकार से मांग की है की मक्का , गेहूं एवं दलहन उत्पादक किसानों को तत्काल 15 हजार प्रति एकड़ राहत धनराशि मुहैया कराया जाए और उन्हें कर्ज के दलदल में और न धकेला जाए l