लखनऊ, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के दलित नेता और उनके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, हत्याकांड के पीछे मनरेगा के तहत बनाई जा रही सड़क का विरोध बताया जा रहा है। गांव के ही कुछ दबंग इस सड़क का विरोध कर रहे थे। समाजवादी पार्टी के नेता छोटेलाल दिवाकर की पत्नी गांव की प्रधान हैं। उनका ज्यादातर काम छोटेलाल दिवाकर ही देखते थे।
छोटे लाल दिवाकर सुबह अपने बेटे सुनील दिवाकर के साथ गांव की आबादी के बाहर मनरेगा से बन रही सड़क का जायजा लेने गए थे। आरोप है कि इसी दौरान गांव के ही कुछ दबंग वहां पहुंच गए और आगे अपने खेत होने का हवाला देते हुए सड़क निर्माण का काम आगे न बढ़ाने की हिदायत दी।
जब छोटे लाल दिवाकर ने ऐसा करने से इंकार कर दिया तब दबंगों ने छोटे लाल दिवाकर की गोली मारकर हत्या कर दी। बेटे सुनील ने जान बचाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन हत्यारों ने उसे भी गिराकर मौत के घाट उतार दिया। डबल मर्डर को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए। हालांकि बदमाश वहां अपनी बाइक छोड़ गए।
बहजोई थाना इलाके में हुई इस दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलने के बाद यहां सनसनी फैल गई। सपा नेता के समर्थक भारी संख्या में वहां जुट गए। छोटेलाल इस समय चंदौसी विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी प्रभारी के रूप में काम कर रहे थे।
हत्याकांड की सूचना मिलने पर मौके पर एसपी भी पहुंच गए। पुलिस टीम ने मौका-ए-वारदात की गहनता से छानबीन की है। घटना के बाद इलाके के लोग आक्रोशित हो गए हैं और मामले में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।