दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार, यहां से हुआ था शुरू और एसे हुआ समाप्त

नयी दिल्ली, दिल्ली विधानसभा के लिये चुनाव प्रचार अपनी चरम सीमा पर पहुंचकर आज  समाप्त हो गया।

दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए आठ फरवरी को होने वाले मतदान के लिए एक पखवाड़े से अधिक समय से जोर-शोर से चल रहा

चुनाव प्रचार गुरुवार शाम छह बजे समाप्त हो गया।

प्रचार अभियान शुरूआत में सुस्त था, लेकिन विभिन्न पार्टियों केे बड़े नेताओं के मैदान में आने से यह खूब जोरों से चला।

इस बार के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी  जहां अपनी सरकार को बचाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अगुवाई में जुटी

रही।

वहीं 21 वर्ष से दिल्ली की सत्ता से दूर भारतीय जनता पार्टी  ने भी पूरी ताकत झोंक दी। ॉ

पंद्रह वर्ष तक दिल्ली पर एकछत्र राज्य करने वाली कांग्रेस ने भी अपनी खोई हुई जमीन को फिर से हासिल करने के लिए कोई कोर कसर

नहीं छोड़ी है।

सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मूलभूत मुद्दों से शुरू हुआ प्रचार अंतिम दौर में पहुंचते-पंहुचते राष्ट्रवाद और सांप्र्रदायिकता

के रंग में रंग गया।

नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध में शाहीनबाग में चल रहा धरना प्रदर्शन प्रचार का मुख्य केंद्र बन गया।

नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला इतना तेज और आक्रामक हो गया कि चुनाव आयाेग को हस्तक्षेप करना पड़ा।

 

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