नईदिल्ली, नए साल की शुरुआत से बाद से हाड़ कंपा देने वाली सर्दी और रविवार को बारिश के कहर के बीच कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा पर डटे रहे। गाजीपुर और नोएडा के चीला बॉर्डर पर किसान किसी तरह अपने आप को ठंड से बचाने की जद्दोजहद मेंं लगे रहे।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान कड़कड़ाती ठंड और कोहरे समेत कई मुसीबतों के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर किसी प्रकार डटे हुए हैं। और तमाम परेशानियों के बावजूद किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है। आज सुबह से हो रही बारिश उनके आंदोलन पर मुसीबत बनकर बरस रही है। बारिश भी आंदोलनरत किसानों के सब्र का इम्तिहान ले रही है।
बारिश से खुद को बचाने के लिए कुछ किसान भागकर टेंट और ट्रॉली के नीचे छिप गए। कड़ाके की ठंड के बीच हुई बारिश ने ठिठुरन और ज्यादा बढ़ा दी है। कुछ किसानों ने बारिश में भीगते हुए सरकार से कानूनों को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारी किसान बिल्लू सिंह ने बताया कि तिरपाल और जो कुछ भी हम लेकर आए हैं उसी से ठंड और बारिश से अपना बचाव कर रहे हैं। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। लेकिन ना तो बारिश ना तो सर्दी हम लोगों का हौसला नहीं डिगा पाएगी। हम किसी भी हालत में