नई दिल्ली,पहले किम जोंग उन के बीमार होने पर उनकी बहन किम यो जोंग के सत्ता संभाल लेने की अफवाह के बाद अब उतर कोरिया से जुड़ी एक और खबर झूठी साबित हुई है. बीते दिनों दक्षिण कोरिया की मीडिया ने दावा किया था कि किम जोंग के अपनी बहन से संबंध अच्छे नहीं रह गए हैं और किम यो काफी दिनों से गायब हैं. इसके बाद किम यो की हत्या की आशंकाएं भी जाहिर की गयीं थीं.
लेकिन अब उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया की ओर से जारी तस्वीर में किम यो जोंग अपने भाई और कुच अधिकारियों के साथ खेत में घूमती नजर आ रही हैं। कतार में किम जोंग आगे चल रहे हैं तो उनके पीछे कुछ अधिकारी और उनकी बहन हैं। खेत के मेढ़ पर सभी सावधानी से चलते दिख रहे हैं। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि किम जोंग उन अपनी बहन के साथ हाल ही में आए भयंकर बाढ़ के बाद पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेने पहुंचे थे।
कुछ समय पहले जब किम जोंग उन काफी दिनों तक सार्वजनिक रूप से कहीं नजर नहीं आए तो उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलों का दौर चल रहा था। कुछ खबरों में तो उनके निधन तक की बात कही गई थी। इस दौरान राजनीतिक विश्लेषकों ने किम यो जोंग को भाई का उत्तराधिकारी बताया था। उन्हें आधिकारिक रूप से नंबर दो घोषित किया जा चुका है। लेकिन जुलाई के बाद से उनकी शक्तियों में कटौती की अटकलें थीं।
वह इससे पहले भाई के साथ एक चिकन फार्म में दिखी थीं। स्टेट मीडिया की ओर से जारी तस्वीर में वह भाई से सिगरेट का बट लेते हुई दिख रहीं थीं। नॉर्थ कोरिया को लेकर अमेरिका सरकार के लिए काम कर चुके स्वतंत्र राजनीतिक विश्लेषक रशेल मिनयोंग ने कहा, ”आज के रिपोर्ट में किम जोंग उन और अधिकारियों के साथ उनकी मौजूदगी से संकेत मिलता है कि उनका पद नहीं घटाया गया है।”
किम यो जोंग का स्टेटस साल के पहले हिस्से में तेजी से बढ़ा, जहां वह देश के दो सबसे बड़े दुश्मनों अमेरिका और साउथ कोरिया के खिलाफ नीतियां बनाने में अहम भूमिका अदा कर रही थीं। हाल ही में साउथ कोरिया के एक अखबार चोसन ने खबर दी है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले किम यो जोंग को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के लिए भेजा जा सकता है। इससे वह समर्थन का इजहार करेंगी।
किम यो जोंग ने जून में साउथ कोरिया को कई बार धमकी दी और उसकाया। दोनों देशों के बीच 2018 में सीमा पर बने संपर्क कार्यालय को तोड़ डाला गया। इससे पहले की बात और आगे बढ़ती उनके भाई ने जून के अंत में हस्तक्षेप करते हुए भड़काऊ कार्यवाहियों को रुकवा दिया था। इसके बाद जुलाई में उन्होंने संदेश जारी किया कि नॉर्थ कोरिया की ट्रंप के साथ मुलाकात की कोई इच्छा नहीं है। इसके बाद वह अगस्त में सत्ताधारी पार्टी की दो अहम बैठकों से गायब रहीं, जिससे अफवाहों और अटकलों को बल मिला था।