मथुरा, उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने रविवार कहा कि अगले साल मार्च के बाद यमुना नदी में एक भी गंदे नाले का अपशिष्ट गिरना नहीं चाहिये।
श्रीकांत शर्मा ने यमुना के घाटों की सफाई और सिल्ट निकालने के काम के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि घाटों की सफाई और सिल्ट निकालने के काम में तेजी लाने की जरूरत है। बरसात का मौसम आने के पहले यदि सफाई नहीं हुई तो सफाई का कोई औचित्य ही नही रहेगा।
ऊर्जा मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यमुना में गिरने वाले 20 नालों को बंद किया जा रहा है। 480 करोड़ की लागत से मसानी एसटीपी एव ट्रांस यमुना टीटीआरओ प्लांट क्षमता 50 एमएलडी बढ़ाई जा रही है। यह कार्य मार्च 2021 तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत वृन्दावन की अन्य 23 गलियों के विकास कार्य की योजना को तैयार कर काम को जल्द ही शुरू करने को भी कहा गया है।
वृन्दावन की कुंज गलियों में चल रहे विकास कार्यों के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने बताया कि उन्होंने शनिवार की शाम को ही विकास कार्यों का निरीक्षण किया है। इन कार्यो को स्थानीय निवासियों एवं आनेवाले तीर्थयात्रियों के अनुकूल बनाने के निर्देश दिए गए हैं। अंडरग्राउन्ड केबिलिंग, सीवर लाइन एवं पेयजल लाइन के निरीक्षण के समय मिली कमियों को दूर करने एवं गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने केा कहा गया है।
शर्मा ने बताया कि प्रमुख गलियों के कार्य को हर हालत में 30 जून तक तथा अन्य गलियों के कार्यों को मंदिर खुलने के पहले पूरा करने का निेर्देश एमवीडीए एवं नगर निगम को दिये गये हैं।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि विश्व बैंक की 38 करोड़ की लागत से प्रो पुअर पर्यटन विकास योजना में चल रहे प्राचीन स्थलों के मूल स्वरूप के संरक्षण तथा सौदर्यीकरण कार्यों का भी निरीक्षण करने के दौरान कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने का भी निर्देश दिया गया है।