लखनऊ , उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर की तत्कालीन जिलाधिकारी सी इंदुमती पर कोरोना किट घाेटाले का आरोप लगाने वाले लंभुआ विधानसभा क्षेेत्र के भारतीय जनता पार्टी विधायक देवमणि त्रिपाठी ने एक बार फिर जिलाधिकारी की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है।
श्री द्विवेदी का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 11 सितम्बर को लिखा एक पत्र वायरल हुआ है जिसमें उन्होने जिलाधिकारी पर पेट्रोल पंप के अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) के मानकों को दरकिनार करने का आरोप लगाया है और इसकी विजिलेंस जांच की मांग की है।
विधायक ने पत्र में लिखा “ सुल्तानपुर के कोरोना किट सप्लाई के भ्रष्टाचार को आप द्वारा गंभीरता से लेकर एसआईटी का गठन किया गया जिससे भ्रष्टाचारियों में भय व्याप्त है। जिलाधिकारी सुल्तानपुर द्वारा कई बड़े भ्रष्टाचार प्रकाश में आ रहे हैं। सुल्तानपुर में पेट्रोल पंप की एनओसी जारी करने में मानक को ताक पर रखकर रूपये का लेनदेन करके एनओसी जारी किया गया। इस मामले में मेरी विजिलेंस जांच की मांग है।”
उन्होने कहा कि सुल्तानपुर में मानक के विपरीत पेट्रोल पंप की एनओसी जारी करने के संबंध में विजिलेंस जांच कराने की कृपा करें।
कोरोना किट घोटाले की गंभीरता को भांपते हुये श्री योगी ने सुल्तानपुर की जिलाधिकारी सी इंदुमती को हटाते हुये उन्हे पहले प्रतीक्षा सूची में डाल दिया था हालांकि मंगलवार को उन्हे अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में निदेशक की नियुक्ति दे दी गयी थी।