गैस पास करना (फार्ट) पूरी तरह से एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन कई लोग इस बात को मानने को तैयार ही नहीं होते कि उन्होंने ऐसा किया है। हो सकता है कि आप फार्ट का मजाक बनाते हों लेकिन यह जान लें कि आप रोजाना औसत आधा लीटर गैस फार्ट के रूप में निकालते हैं। अगर गर्मी में पेट की गैस बने रहती है और वह ऑफिस में एसी की ठंडी हवा में सबके सामने निकलती है तो घर से इन पांच चीजों को खाकर निकलें। इससे पेट की गैस नहीं बनेगी और ना वो निकलेगी।
गर्मी में अधिकतर लोगों के पेट में गैस की समस्या होती है। ऐसा सुबह के वक्त चाय पीने से या फिर सोडा व कोल्ड ड्रिंक का बहुत अधिक सेवन करने से होता है। इसके अलावा गर्मी में दाल जैसी गर्म चीजों को खाने से भी पेट में गैस बनती हैँ। दरअसल गर्मी में पेट हमेशा गर्म रहता है। ऐसे में जब भी आप कोई गर्म चीज खाते हैं तो पेट में और अधिक गर्मी हो जाती है जो बाहर नहीं निकलने की वजह से पेट खराब हो जाता है। ये उसी तरह से है जैसे आप ढक्कन से ढक कर पानी गर्म करते हैं और जब पानी गर्म हो जाता है तो भाप की वजह से ढक्कन अपने आप हट जाता है। ऐसा ही पेट की गैस के साथ भी होता है। इन पांच चीजों को खाकर घर से खाकर निकलें।
खीरा पेट की एसिडिटी ठीक करने का बेस्ट उपाय है। यह सस्ता भी होता है और आपको सब्जी के मार्केट में भी मिल जाएगा। इसमें मौजूद पानी गर्मी में डिहाइड्रेशन की भी समस्या नहीं होने देता। खीरा खाने से एसिड रिफ्लक्स कम हो जाता है जिससे गर्मी में एसिडिटी की समस्या नहीं होती है।
अगर पेट में बहुत अधिक गैस बनती है तो अपने पास एक-दो केले रख लेँ। लंच के बाद एक केला खा लें। इससे पेट में गैस नहीं बनती है। वैसे तो अभी निपाह वायरस के डर से केला खाने के लिए मना किया जा रहा है लेकिन अगर आपके घर में केले का पेड़ है और उसमें केले लगे हैं तो रोज सुबह एक केला खाएं। केला खाने से पेट में गैस नहीं बनती है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर केला पेट में मौजूद एसिड रिफ्लक्स को कम करता है। इसके अलावा केला पेट की लाइनिंग पर म्यूकस पैदा करता है जिससे pH का स्तर कम हो जाता है। केले में फाइबर भी काफी मात्रा में होता है जिससे गर्मी में एसिडिटी की समस्या नहीं होती है।
इसी तरह से नारियल पानी भी एसिडिटी की समस्या नहीं होने देता है। अगर सुबह-सुबह चाय पीने की वजह से पेट में गैस बन जाती है तो नारियल पानी पिएं। नारियल पानी शरीर से सारे टॉक्सिन्स निकाल देता है साथ ही यह फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो कि बोवेल मूवमेंट्स को सही रखता है। इसलिए इससे एसिडिटी की समस्या खत्म हो जाती है।
दूध पेट की हर तरह की बीमारियों का रामबाण इलाज है। यह एसिड रिफ्लक्स और पेट की जलन को शांत करता है जिससे एसिडिटी कम हो जाती है। एक ग्लास दूध पीने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ भी रहता है इसलिए ठंडा दूध एसिडिटी से बचने के लिए लाभकारी होता है। साथ ही इससे हड्डियां भी मजबूत होती हैं।
गर्मी में मिलने वाला तरबूज पेट में गैस नहीं बनने देता है। तरबूज और खरबूज में काफी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइबर आदि होते हैं जो कि एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद करते हैं। यह पेट को हाइड्रेट रखता है और pH का स्तर कम कर देता है। इसलिए ऑफिस जाने से पहले रोज सुबह तरबूज खाकर निकलें इससे पेट में एसिडिटी नहीं होती है।