नयी दिल्ली, पाकिस्तान के मंच से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के विवादित बयान की निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने कहा कि है कि वह (थरूर) पाकिस्तान में देश को नीचा दिखाने और बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि क्या कांग्रेस पाकिस्तान में चुनाव लड़ना चाहती है? उन्होंने कहा, “ शशि थरूर ने भारत का मजाक बनाया है और भारत को एक खराब परिदृश्य से दिखाने की कोशिश की है।”
श्री पात्रा ने कहा, “ थरूर ने लाहौर लिटरेचर फ़ेस्टिवल में वर्चुअल माध्यम से पाकिस्तान के मंच से कहा था कि भारत में मुसलमानों और उत्तर-पूर्व के लोगों के साथ भेदभाव होता है। उन्होंने कहा कि भारत में एक दूसरे से डर का माहौल है। चीनी जैसे दिखने वाले लोगों के साथ भेदभाव होता है। उन्होंने तबलीगी जमात का पक्ष लेते हुए कहा कि कोरोना के समय में मुसलमानों को परेशान किया गया। ऐसा बयान देकर उन्होंने भारत का अपमान किया है।”
श्री पात्रा ने कहा, “ कोई और देश भारत जैसा लोकतांत्रिक नहीं है। यहां सबके लिए चिंता की जाती है। थरूर ने पाकिस्तानी मीडिया से भारत की बुराई की। कल्पना नहीं की जा सकती कि हिंदुस्तान का एक सांसद ऐसा बयान भी दे सकता है।”
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि थरूर कहते हैं पाकिस्तान के मंच से कि तबलीगी जमात को लेकर किस तरह का पक्षपात हिंदुस्तान की सरकार कर रही है और मुसलमानों के खिलाफ कट्टरता दिखा रही है। थरूर यह बात पाकिस्तान जाकर बोल रहे हैं।
उन्होंने कभी पाकिस्तान से पूछने की हिम्मत की कि पाकिस्तान किस तरफ अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है और कट्टरता दिखाता है। रोज पता चलता है कि वहां हिंदुओं, ईसाइयों और सिखों के साथ क्या हो रहा है। वहां किसी अस्पसंख्यक का अपहरण, दुष्कर्म और हत्या आम बात हो गई है। आखिर ये लोग क्या चाहते हैं? क्या पाकिस्तान से कांग्रेस चुनाव लड़ना चाहती है। “
श्री पात्रा ने कहा कि कोविड को लेकर पूरा विश्व देख रहा है कि हिंदुस्तान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किस प्रकार से सुरक्षित रखा, समय से लॉकडाउन हुआ, किस प्रकार 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न पहुंचाने का काम किया गया और आगे छठ पूजा तक चलता रहेगा।
उन्होंने कहा, “ राहुल गांधी चीन और पाकिस्तान में पहले ही हीरो बन चुके हैं। उन्होंने आर्टिकल 370 हटने के बाद बयान दिया था कि कश्मीर में सैंकड़ों लोग मारे गए हैं। इसके बाद उनके बयान का इस्तेमाल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र में किया था और कहा था कि भारत के बहुत बड़े नेता ने जम्मू कश्मीर में अत्याचार की बात कही है।