इटावा, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाज मे नफरत करने वालो की कोई जगह नही होती है। अमरीका मे नफरत फैलाने वाले डोनाल्ड ट्रंप सत्ता से बाहर हो गये । वह दिन दूर नही जब भारत मे भी नफरत फैलाने वाले सत्ता से दूर हो जायेगे।
अपने पैतृक गांव सैफई मे श्री यादव ने गणतन्त्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण कर किसान आन्दोलन को समर्थित ट्रैक्टर तिरंगा रैली में हिस्सा लेते हुए कहा कि अमरीका का चुनाव इस बात का सबसे बडा उदाहरण है जहाॅ पर गोरे काले का भेद करके नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही थी। वहां चुनावी नतीजों मे नफरतियों को सत्ता से बाहर कर दिया है वह दिन दूर नही है,यह सब कुछ हिंदुस्तान मे भी दिखाई देगा जब सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी सत्ता से बाहर दिखाई देगी।
कृषि संसोधन बिल को किसानों का डेथ वारंट बताते हुए उन्होने कहा कि किसानों के इस आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी खड़ी । इसी क्रम में आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओ के द्वारा पूरे देश मे तहसील स्तर पर ट्रैक्टर तिरंगा रैली निकाली गई है जिसमे किसानों और नौजवानो ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि पूरा देश आज गणतन्त्र दिवस मना रहा है हमे इस देश के जवानों और किसानों पर गर्व है । आज ही के दिन हिंदुस्तान का संविधान लागू किया गया था लेकिन सरकार इस संविधान का दुरूपयोग उद्योगपतियो को लाभ पहुंचाने के लिए कर रही है। इस सरकार ने बिना बहुमत के किसानों का डेथ वारंट पास कर दिया है जिसे वापस लेने की मांग को लेकर पूरे देश का किसान सड़को पर प्रदर्शन कर रहा है और सरकार इन किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी बता रही है । अगर किसान आतंकवादी और खालिस्तानी है तो भाजपा वाले किसानों के द्वारा उपजाया हुआ अनाज क्यों खा रहे है।
उन्होने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि किसानों को एमएसपी का लाभ देते हुए उनका धान 1868 रुपये प्रति कुंतल के हिसाव से सरकार ने खरीदा है जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में किसानों को अपना धान नौ सौ, एक हजार और ग्यारह सौ रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से बेचना पड़ा है। कोरोना बीमारी ने लोगो के नाक और मुंह बंद करवा दिए लेकिन पता नही बीजेपी के लोगो को कौन सी बीमारी लग गयी है कि इन लोगो ने अपने आंख और कान बन्द कर लिए है इन्हें किसानों और बेरोजगार लोगो की आवाज नही सुनाई दे रही है।