लखनऊ, संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रति डा एपीजे अब्दुल कलाम ट्रस्ट ने आभार जताया है।
डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम ट्रस्ट ने सोमवार को पहला विश्व स्वच्छता हवा दिवस मनाये जाने का स्वागत किया और पर्यावरण के प्रति विश्व समुदाय को जागरूक करने के लिये संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रति आभार व्यक्त किया।
ट्रस्ट के चेयरमैन अब्दुल नसीर नासिर ने लखनऊ के गोमतीनगर स्थित यूनीसेफ के कार्यालय मे जाकर एक पत्र एंतोनियो गुतारेस, महासचिव, संयुक्त राष्ट्रसंघ को सम्बोधित करते हुये दिया।
उन्होने कहा कि दूषित हवा की वजह से दुनिया में हर साल 70 लाख आदमी मौत का शिकार होते है जिनमें दस लाख भारतीय शामिल हैं। वास्तव में यह आंकड़ें संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा जारी किये गये हैं जो कि बहुत ही चिन्ताजनक हैं।
श्री नासिर ने कहा कि भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डा अब्दुल कलाम ने दिल्ली सतत विकास समिटि-2003 में अपने अभिभाषण में पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार रखते हुए कहा था कि भारतीय संस्कृति में पर्यावरण एक जीवनशैली का हिस्सा रहा है। तकनीकी का विकास एक तरफा नहीं होना चाहिए जिससे कि पर्यावरण का दोहन हो। तकनीकी और पर्यावरण साथ-साथ काम करेंगे तो ही सतत विकास का लक्ष्य हांसिल किया जा सकता है।
उन्होने कहा कि कलाम साहब के यह उदगार 17 साल बाद सार्थक हुये है जब संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इसकी अपील विश्व की जनता से की है। आज का दिन भारतीयों के लिए बहुत शुभ है क्योंकि भारत हमेशा विश्व गुरू रहा है और विश्व को दिशा दी है, यह इसका भी एक उदाहरण है।
कलाम ट्रस्ट ने विश्व मानव से विशेषकर भारतीयों से अपील की है कि वह स्वच्छ हवा के लिए आगे आयें और अपना दायित्व निभाये तथा सरकार पर्यावरण को खराब करने वाली संस्थाओं पर बंदिश लगाये। संस्था उपरोक्त मिशन में पूरी तरह से भारतवर्ष में काम करेगी जिससे कि हमारा देश के 10 लाख लोगों की जान बच सके।