नई दिल्ली, घर से लेकर बाहर की जिम्मेदारी निभाती महिलाएं आज विभिन्न मोर्चे पर सशक्त भूमिका निभा कर समाज के लिए मिसाल कायम कर रही हैं। ऐसी ही एक बेहद प्रतिभावान और प्रेरक शख्सियत हैं डॉ. दीपाली चौहान, जिन्हें हाल ही में सूचना प्रसारण मंत्रालय के भारत सरकार उपक्रम केंद्रीय संचार ब्यूरो,लखनऊ द्वारा विशिष्ठ सेवा सम्मान प्रदान किया गया है।
दरअसल, यह पुरस्कार प्रेरक शख्सियत डॉ. दीपाली चौहान को कृषि क्षेत्र में किए गए जागरूकता संबंधी उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया गया है। गौरतलब है कि डॉ. दीपाली चौहान को अनुसंधान और शिक्षण के क्षेत्र में 14 वर्षों से योगदान दे रही हैं। इस दिशा में उन्होंने राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में तीस शोध पत्र प्रस्तुत किये हैं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कृषक महिलाओं की जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार पुस्तिकाएं प्रकाशित की हैं। NAAS रेटेड पत्रिकाओं में इनके तीस लोकप्रिय लेख और लगभग तीस शोध पत्र छपे हैं।
डॉ. दीपाली चौहान चन्द्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के कृषि विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक हैं। डॉ. दीपाली चौहान ने महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण उत्थान के लिए कई प्रशिक्षण कार्यक्रम, ऑन फार्म ट्रायल, फील्ड प्रदर्शन, किसान मेले और किसान विचार-गोष्ठी का आयोजन किया है।
शैक्षणिक योग्यता में डॉ. दीपाली चौहान ने लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री, चंद्र शेखर आज़ाद कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर से मास्टर और डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की। मास्टर और पीएचडी में डॉ. दीपाली चौहान की विशेषज्ञता का क्षेत्र एर्गोनॉमिक्स था।वहीं एमएससी में विश्वविद्यालय में तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता है, इसी के साथ साल 2003 में एम.एससी मिस आउट गोइंग (प्रथम रनर अप) का खिताब भी पाया है।
कृषि विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में किए गए कार्यों और पहल के लिए डॉ. दीपाली चौहान को सर्वश्रेष्ठ के.वी.के प्रोफेशनल्स, सर्वश्रेष्ठ के.वी.के.वैज्ञानिक, वर्ष की वैज्ञानिक, युवा वैज्ञानिक जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।