नई दिल्ली,ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने को लेकर अक्सर लोगों में असमंजस की स्थिति नजर आती है। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कुछ लोग आरटीओ के दफ्तर काटते रहते हैं तो कुछ बिचौलियों का सहारा लेते हैं। फिर भी तुरंत लाइसेंस मिल जाए ऐसा मुमकिन नहीं।
वहीं अब मोटर वाहन संशोधित अधिनियम के एक सितंबर से लागू होने के बाद तो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की बाढ़ सी आ गई है। ऐसे में आरटीओ दफ्तरों में अफसरों का काम तो बढ़ा ही है, आवेदनकर्ता भी भारी भीड़ देखकर हताश है। साथ ही एक परेशानी यह भी देखने को मिल रही है कि यदि आवेदनकर्ता के पास मौजूदा पते का दस्तावेज नहीं है तो वह ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बना पा रहे था।
फिलहाल सीधे-सीधे तौर पर अगर देखा जाए तो कानपुर रोड पर स्थित आरटीओ दफ्तर से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की वेटिंग 60 दिन की चल रही है। इसका मतलब यह है कि अगर आप आज आवेदन करते हैं, तो दो महीने बाद ही आपके बायोमीट्रिक टेस्ट देने की बारी आएगी। लेकिन अब जल्द ड्राइविंग लाइसेंस पाने वालों के लिए एक सुविधा है।
उक्त पछड़े से बचना चाहते हैं और तुरंत ड्राइविंग लाइसेंस आप चाहते हैं को आवेदनकर्ता ट्रांस गोमती के देवा रोड स्थित एआरटीओ कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन कर के एक हफ्ते के अंदर ही बायोमीट्रिक प्रक्रिया पूरी करा सकते हैं। ऐसे आवेदकों को जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाएगा।
इस मामले में आपको अपने मूल निवास, मतलब आप जहां के रहने वाले हैं, वहां के डॉक्यूमेंट्स के साथ आपको शपथ पत्र देना होगा, जिसपर जो भी पता लिखा होगा उसपर आपको ड्राइविंग लाइसेंस दे दिया जाएगा। और उसी पते को स्थाई मान लिया जाएगा।
मान लीजिए आप दिल्ली एनसीआर के स्थाई निवासी हैं, लेकिन नौकरी या कारोबार की वजह से आप लखनऊ में रह रहे हैं और आप चाहते हैं कि आपके पते से साथ आपका ड्राइविंग लाइसेंसबन जाए। तो एक सितम्बर के बाद अब यह मुमकिन है। उक्त प्रक्रिया का फॉलो करने की जरूरत हैं। इससे प्रदेश भर के आवेदक लाईसेंस बनवा सकेंगे।