नशीली दवाओं की तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़
January 19, 2020
नयी दिल्ली, मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर सात लाख से अधिक टेबलेट और 1400 से अधिक इंजेक्शन और कफ सीरप की बोतलें जब्त की हैं।
एनसीबी दिल्ली के क्षेत्रीय निदेशक के पी एस मल्होत्रा ने कहा कि एक महीने तक चले इस अभियान में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आगरा और पंजाब के लुधियाना तक फैले इस गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया, ‘कुल 7,24,840 टैबलेट और कैप्सूल, 1400 इंजेक्शन और 80 सीबीसीएस (कोडीन आधारित खांसी की दवाई) की बोतलें जब्त की गई हैं।’
उन्होंने कहा, ‘इन दवाओं को वैध माध्यमों से तस्करों के पास भेजने का संदेह जताया जा रहा है।’ इन दवाओं को आगरा के शाहगंज इलाके के एक गोदाम से बरामद किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब्त की गई गोलियों में 2.87 लाख अधिसूचित दवा ट्रामाडोल के टेबलेट भी शामिल हैं। केंद्र सरकार ने 2018 में इन दवाओं की बिक्री को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत नियंत्रित किया था और इसे काउंटर पर खुलेआम बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
आईएसआईएस के आतंकवादियों द्वारा कृत्रिम अफीम को चोट के दौरान दर्द कम करने और ताकत बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। इसे ‘लड़ाकू दवा’ के नाम से जाना जाता है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ट्रामाडोल को देश में विनियमित करने की आवश्यकता थी क्योंकि कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं कि जब इसकी बड़ी खेपों को अवैध रूप से आतंकवादी समूहों के लिए विदेश भेजने की कोशिश की गई।