लखनऊ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुये आज कहा कि प्रदेश में भाजपा के कुशासन के चलते अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है। मुख्यमंत्री की कागजी सख्ती और बड़बोलापन लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है। महिलाओं, बच्चियों से छेड़खानी, दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। महिलाओं की सुरक्षा पर असंवेदनशील और असफल भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश दुराचार प्रदेश बन गया है। सरेआम राजधानी में भी गोलियां चल रही हैं। दहशत के इस माहौल में भी मुख्यमंत्री ठोक दो और राम नाम सत्य कर दो का जाप अलाप रहे हैं।
राजधानी लखनऊ में विभूतिखण्ड में सरेआम गोलियां चली। लूट, अपहरण की घटनाएं रोज ही होती है। ठाकुरगंज लखनऊ में प्रापर्टी डीलर की हत्या हुई। बस्ती में ट्रिपल मर्डर से लोग डरे है। एक प्लेसमेंट एजेंसी के एजेंट का अपरहरण किया गया। जौनपुर में फिरौती के लिए एक 7 वर्ष के मासूम की अपहरण के बाद हत्या की गई। कई कुख्यात अपराधियों के गुर्गे अभी भी वसूली के धंधे में लगे है। सचिवालय तक के फर्जी पास लगाकर अपराधी घूूम रहे है।
मुख्यमंत्री के गृृह जिले गोरखपुर में 18 वर्षीया युवती की रेप के बाद हत्या कर लाश फेंक दी गई। इटावा में बेटी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पिता को पीट-पीटकर कर मार डाला गया। गाजीपुर में पुलिस की पिटाई से युवक की मौत हुई। बदायूं में महिला के साथ दरिंदगी की तो हद हो गई। आजमगढ़ की युवती का जौनपुर में गैंगरेप कर वीडियों वायरल करने का शर्मनाक मामला हुआ है। मुरादनगर में श्मशान दलाली कांड में 25 जाने गई। इसने साबित कर दिया है कि श्मसान पर राजनीति करने वाली भाजपा का भ्रष्टाचार कोई भी जगह नहीं छोड़ता है।