बाराबंकी, “जो रब है वही राम” का संदेश देने वाले हाजी वारिस अली शाह के पिता की याद में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में 10 दिवसीय देवा मेले का आयोजन इस बार करोना संकट के चलते नहीं किया जाएगा,आज मेला समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है ।
मेला समिति के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी डॉक्टर आदर्श सिंह के अनुसार समिति की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि हाजी वारिस अली शाह के पिता सैयद कुर्बान अली शाह की याद में लगने वाला देवा मेले का आयोजन कोरोना संक्रमण के चलते नहीं लगेगा।
गौरतलब है कि हर साल कार्तिक माह में देवाशरीफ में 10 दिवसीय मेला आयोजित किया जाता है, जहां देश-विदेश के लाखो जायरीन हाजिरी लगाते हैं । इस प्रसिद्ध मेले में अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जहां देश-विदेश के नामचीन कलाकारों द्वारा मेले में आए लोगों का मनोरंजन करते हैं ।
देवा मेला में आयोजित होने वाला कवि सम्मेलन, मुशायरा देश में काफी प्रसिद्ध होता है, यहां का पशु बाजार भी बहुत प्रसिद्ध है । मेले में दूर-दूर से घोड़े व अन्य जानवर खरीदते और बेचते हैं। ये मेला जो रब है वही राम है का संदेश देने वाले सूफी संत हाजी वारिस अली शाह ने खुद अपने पिता सैय्यद कुर्बान अली शाह की याद में आयोजित करना शुरू किया था।
इस दफा पहली बार कोविड संकट को लेकर दरगाह शरीफ जियारत के लिए बंदकी गई फिर उर्स का आयोजन नहीं किया गया। सितम्बर में हालात देखते हुए व शासन की गाइडलाइन और वर्तमान परिस्थितियों को लेकर विचार के बाद मेले का आयोजन न/न किये जाने का फैसला लिया गया।